आईएसओ से मान्यता प्राप्त आरा सदर अस्पताल के इमरजेंसी परिसर में स्ट्रेचर नहीं मिलने के कारण परिजन अपने मरीज को बोरे पर सुलाकर ओपीडी स्थित सीटी स्कैन सेंटर से इमरजेंसी वार्ड में लाते नजर आए। बताया जाता है कि मरीज इमादपुर थाना क्षेत्र के बिहटा गांव निवासी स्व. विश्वनाथ पंडित की 80 वर्षीया पत्नी फूलझारो कुंअर है।
इस संबंध में उक्त मरीज के बेटे ने बताया कि शुक्रवार की सुबह उसकी मां घर में ही फिसलकर गिर गई थी। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए तरारी रेफरल अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने बताया कि उन्हें ब्रेन हैमरेज हो गया है।
इसके बाद परिजन उन्हें आरा सदर अस्पताल ले आए, जहां चिकित्सक ने उन्हें देखकर सीटी स्कैन कराने की सलाह दी। लेकिन, जब उन्हें सिटी स्कैन सेंटर ले जाने के लिए इमरजेंसी वार्ड के स्वास्थ्य कर्मियों से स्ट्रेचर की मांग की गई तो उन्होंने बताया कि एक स्ट्रेचर पोस्टमार्टम रूम में गया है और एक वार्ड में गया है।
इमरजेंसी वार्ड में सिर्फ दो ही स्ट्रेचर हैं। इस कारण मजबूरन उन्हें अपनी बीमार मां को बोरे में रखकर सदर अस्पताल के ओपीडी भवन स्थित सिटी स्कैन सेंटर ले जाना पड़ा। इसके बाद उन्हें सीटी स्कैन सेंटर से वापस इमरजेंसी वार्ड लाया गया।
वहीं दूसरी ओर अस्पताल प्रबंधक कौशल किशोर दुबे ने बताया कि बीमार फुलझारो कुंअर के परिजन उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड लेकर आये थे। उन्होंने अस्पताल कर्मियों से स्ट्रेचर की मांग की। अस्पताल के कर्मियों ने कुछ समय इंतजार करने के लिए कहा। परिजन बिना इंतजार किये ही मरीज को सिटी स्कैन सेंटर ले गये। अस्पताल में स्ट्रेचर की कमी नहीं है।