पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने सोमवार को बताया कि भाजपा विधायक और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी आगामी विधानसभा उपचुनाव में भवानीपुर से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ेंगे। घोष ने मेदिनीपुर में मीडियाकर्मियों से कहा कि पार्टी को अभी अपना उम्मीदवार तय करना है।
‘ममता से नंदीग्राम आने के लिए किसने कहा?’
बता दें कि घोष का ये बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में पश्चिम बंगाल के नादिया में शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर बयान देते हुए कहा था कि, “आपसे (ममता बनर्जी) नंदीग्राम आने के लिए किसने कहा था, “अब अगर पार्टी मुझे भवानीपुर से भी चुनाव लड़ने के लिए कहेगी तो क्या होगा? मैने उन्हें 1956 वोटों से हराया है।”
‘ममता को बार- बार एक ही व्यक्ति क्यों हराए?’
घोष ने कहा “शुभेंदु नहीं बल्कि कोई और भवानीपुर से चुनाव लड़ेगा। शुभेंदु अधिकारी ममता को पहले ही हरा चुके हैं। एक व्यक्ति उन्हें बार- बार क्यों हराएगा? इस बार कोई और करेगा।” घोष ने कहा कि उनकी पार्टी भवानीपुर में उपचुनाव कराने के चुनाव आयोग के कदम के खिलाफ कलकत्ता उच्च न्यायालय जाने का विकल्प तलाश रही है और भाजपा इस मामले पर कानूनी राय ले सकती है।
CM पद पर बने रहने के लिए ममता की भवानीपुर जीतना जरूरी
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल की 2 और ओडिशा की एक विधानसभा सीट के लिए 30 सितंबर को चुनाव कराने की अधिसूचना जारी कर दी है और इन सीटों में पश्चिम बंगाल की भबानीपुर सीट भी एक है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ने जा रही हैं और मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उनका चुनाव जीतना जरूरी है। अ
बॉडीगार्ड की आत्महत्या मामले में शुभेंदु को राहत
इस बीच, कलकत्ता हाई कोर्ट ने आदेश दिया है कि 2018 में बॉडीगार्ड की कथित आत्महत्या से संबंधित मामले में शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जा सकती है। बता दें कि भाजपा विधायक ने राज्य भर के चार पुलिस थानों में दर्ज छह FIR में पुलिस जांच से राहत की मांग करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया था और आरोप लगाया गया कि मामले राजनीति से प्रेरित है।