किसानों के महापंचायत के दौरान कुछ उपद्रवी तत्वों ने करनाल में स्थित अनाज मंडी के पास पहुंच गये। बताया जा रहा है कि यह उपद्रवी लाठी-डंडे और लोहे के रॉड से लैस थे। हरियाणा पुलिस ने इस बात की जानकारी दी है। जिला प्रशासन और पुलिस ने यहां उपद्रवी को सख्त लहजे में चेताया है कि वो शांति भंग करने की कोई भी कोशिश ना करें वरना उनपर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। किसानों ने मिनी सचिवालय के घेराव की योजना बनाई है। इस देखते हुए सचिवालय के आसपास भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है।
आपको बता दें कि हरियाणा के करनाल स्थित अनाज मंडी में किसान जमा हुए थे। यहीं से वो मिनी सेक्रेटेरियट के घेराव के लिए निकलने वाले थे। किसानों ने ऐलान किया है कि वो रास्ते में आने वाले किसी भी तरह के बैरिकेड को तोड़ देंगे और उसे लांघ कर वहां तक जाएंगे। दरअसल किसान उन पुलिसवालों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं जिन्होंने 28 अगस्त को प्रदर्शन के दौरान लाठीचार्ज की थी। इस लाठीचार्ज में कई लोग जख्मी भी हो गये थे। आंदोलन कारी किसान उस अधिकारी पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं जिन्होंने बैरिकेड तोड़ने पर किसानों के ऊपर लाठीचार्ज का आदेश दिया था।
हालांकि, किसी भी तरह की आपात स्थिति से बचने और कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हरियाणा सरकार ने यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती है। इसके अलावा इंटरनेट और एसएमएस सर्विस को कुरुक्षेत्र, कैथल, जिंद और पानीपत में फिलहाल बंद कर दिया गया है। यह कदम इसलिए उठाए गए हैं ताकि इंटरनेट का इस्तेमाल कर किसी भी तरह की अफवाह ना फैलाई जा सके।
करनाल के पुलिस अधीक्षक गंगा राम पुनिया ने कहा कि ‘किसान महापंचायत को देखते हुए जिला प्रशासन औऱ पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किये हैं। कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं। बता दें कि किसान केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का कई महीनों से लगातार विरोध कर रहे हैं और इसे वापस लेने की मांग भी कर रहे हैं। इससे पहले किसानों ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में महापंचायत की थी।