कोरोना से अपनों को खोने वाले परिवारों को इस सप्ताह से आर्थिक मदद के रूप में एकमुश्त 50 हजार रुपये देने का काम शुरू हो जाएगा। आवेदन के दो-दो महीने आवेदन के बाद लोगों का इंतजार खत्म हो गया है। सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को आर्थिक मदद देने के लिए 15.5 करोड़ रुपये का फंड भी जारी कर दिया है। बीते सोमवार को हिंदुस्तान ने आर्थिक मदद के इंतजार में बैठे परिवार की मुश्किल को प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद सरकार ने इसमें तेजी दिखाते हुए पैसे बांटने के लिए फंड जारी कर दिया है।
अधिकारियों की ओर से हिंदुस्तान को दी गई जानकारी के मुताबिक अभी तक उनके पास एकमुश्त आर्थिक मदद 50 हजार रूपये के लिए 6100 से अधिक आवेदन मिले है। इसमें करीब 4 हजार आवेदनों को दस्तावेजों की कमी के चलते स्वीकृति नहीं मिली है। जबकि कुल आवेदनों में 11 फीसदी आवेदक ऐसे है जिन्हें स्वीकृति, जांच के बाद आर्थिक मदद देने के लिए मंजूर कर लिया गया है। बाकी आवेदनों की जांच प्रक्रिया जारी है।
दिल्ली सरकार के मुताबिक दिल्ली में 25 हजार से अधिक लोगों की कोरोना से मौत हुई है। मध्य अगस्त तक सरकार के पास जो आंकड़े आएं है उसमें 6200 ऐसे बच्चे है जो कि सिंगल पैरेंट्स के साथ रह रहे है। वहीं 292 से अधिक बच्चे अनाथ हुए है। अधिकारियों ने कहा कि पैसे जिलास्तर पर बांटने के लिए सभी जिलाधिकारियों को कम से कम 1.5 करोड़ का फंड बीते बृहस्पतिवार से ही जारी किया जा रहा है। इस सप्ताह से आर्थिक मदद के लिेए आएं आवेदन जिन्हें मंजूरी मिल चुकी है उन्हें पैसा देने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
अधिकारियों के मुताबिक एकमुश्त आर्थिक मदद से उन्हें फिलहाल राहत मिलेगी। पेंशन की प्रक्रिया जिसके लिए चार हजार से अधिक आवेदन आ चुके है उसमें कुछ औपचारिकताएं बाकी है। वह पूरी होने के बाद पेंशन के रूप में 2500 रुपये मासिक देने की प्रक्रिया शुरू होगी। यह पैसा सीधे समाज कल्याण विभाग के जरिए जारी किया जाएगा।
कोविड रिपोर्ट देर से आने वालों का होगा सर्वे
हिंदुस्तान अखबार में बीते सोमवार को आर्थिक मदद के लिए आड़े आ रहे दस्तावेजों की कमी को पूरा करने की जिम्मेदारी अब खुद विभाग उठाएंगे। जिलाधिकारी कार्यालय स्तर पर कर्मचारी को अगर कोई दस्तावेज कम लगता है तो उसे वह खुद बनवाएंगे। उसके लिए जरूरी दस्तावेज आवेदक को उपलब्ध कराना होगा। इसी तरह ऐसे लोग जिनकी पहले मौत हो गई है। उनकी कोविड जांच रिपोर्ट बाद में आई है ऐसे लोगों को चिन्हित करने के लिए सर्वे कराया जाएगा।
क्या थी सरकार की कोविड मुख्यमंत्री आर्थिक सहायता योजना
दिल्ली सरकार ने कोविड से मरने वाले परिवारों जैसे अनाथ हुए बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री कोविड-19 आर्थिक सहायता योजना की घोषणा बीते 22 जून को की थी। जिसके तहत कोविड से मरने वाले के परिवार को एकमुश्त 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद, उनके ऊपर निर्भर जैसे बच्चे है तो 2500 रुपये की मासिक पेंशन की घोषणा की थी। अगर बच्चा अनाथ हुआ है तो उसके 25 साल की उम्र तक यह पेंशन मिलेगा।
सरकार की ये थी घोषणा
50,000 रुपये प्रत्येक कोविड से मरने वाले के परिवार को।
2500 रुपये पेंशन बच्चों के जिनके माता दोनों मर गए। पच्चीस साल तक के लिए।
2500 रुपये उन्हें जिनके घर में कमाने वाले मर गए। उनके आश्रितों को जैसे माता-पिता, दिव्यांग भाई व अन्य।
6100 से अधिक आवेदन एकमुश्त आर्थिक मदद के लिए आया है।
4000 को अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है।
11 फीसदी को सभी दस्तावेज जांच के पैसा देने की मंजूरी मिली।
4000 से अधिक आवेदन मासिक पेंशन के लिए आया है।
15.5 करोड़ सभी ग्यारह जिले को बांटा गया है।