राजद कार्यालय के लिए जमीम आवंटन की मांग को लेकर अब राजनीति तेज हो गई है। शनिवार को राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगनादंन सिंह ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला। जगदानंद सिंह ने कहा कि छह महीने पहले हम लोगों ने राज्य सरकार को पत्र लिखा था। जमीन की मालिक सरकार होती है और जमीन का आवंटन भी सरकार ही करती है। पटना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जगदानंद सिंह ने कहा कि सीएम नीतीश का कहना है कि जमीन आसमान से नहीं आता। हम कहना चाहते हैं कि जमीन नालंदा से भी नहीं आता।
बता दें कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद की मांग को लेकर कहा कि सभी पार्टियों को कार्यालय मिला हुआ है। कौन क्या बोलता है, वही जाने। सभी पार्टियों के लिये वर्ष 2006 के बाद से व्यवस्था की गई है। हम लोगों ने दिया है। जो सवाल कर रहे हैं उन लोगों ने कभी मान्यता प्राप्त पार्टियों को जगह नहीं दी है, जमीन तो हम लोगों ने ही पार्टियों के कार्यालय के लिए दिया है। जो पसंद किया, वही जमीन न मिला हुआ है। तो क्या आसमान से लायेंगे जमीन? सीएम नीतीश ने कहा यह सब कोई बोले तो पूछ लिया कीजिए।
राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि राजद ने कभी अतिक्रमण करने का प्रयास नहीं किया। सभी यहां संयम से रहते हैं। सरकार के किस पदाधिकारी ने किस स्तर से फैसला लिया मुझे नहीं मालूम। हमे जवाब मिला कि राजद कार्यालय के पास वाली जमीन माननीय उच्च न्यायालय को आवंटित जमीन है। उन्होंने कहा कि लालू यादव ने पहले घोषणा की थी सभी दलों को जमीन दी जाएगी। हमने बीजेपी को जमीन दी। जेडीयू दल थी ही नहीं। जो भी दल अस्तित्व में थे, उनको स्थान दिया गया। जगदानंद सिंह ने आगे कहा कि 1990 से राजद का जो भी स्वरूप रहा हो। जब हमने देखा बीजेपी को जगह मिली। उन्होंने कहा कि जेडीयू के पहले 2 से 3 विधायक हुआ करते थे। लेकिन आज हम लोगों ने देखा कि विधायकों के लिए बने फ्लैट आम रास्ता को भी घेर लिया गया। हमारा संगठनात्मक ढांचा बिल्कुल वैसा ही है, जैसा जेडीयू और बीजेपी का है। किसी भी जमीन का स्वामित्व ट्रांसफर नहीं होता। स्वामित्व सरकार के पास ही रहता है।