मेरठ में शुक्रवार को एक साथ चार जगहों पर सीबीआई का छापा पड़ा है। बड़े व्यापारिक समूहों में शामिल राजस्नेह (मारुति शोरूम जो बाद में बंद कर दिया) के निदेशकों के आवास, प्रतिष्ठानों पर यह छापा पड़ा है। यह कार्रवाई फर्जी कागजात पर बैंक से 85 करोड़ से अधिक के लोन के मामले में की गई है।
जिन चार स्थानों पर सीबीआई के छापे पड़े हैं उनमें सूर्या पैलेस, सदर, प्रेमपुरी और मोहकमपुर शामिल हैं। छापा मारने गई सीबीआई घर और प्रतिष्ठानों के अंदर से दस्तावेज तलाश रही है। इस कार्रवाई पर मेरठ के अन्य व्यापारिक समूहों में भी खलबली मची हुई है। बताया जा रहा है कि कई कारोबारी अपने प्रतिष्ठान बंद कर अंडरग्राउंड हो गए हैं। सीबीआई की छापामार टीमों के साथ पुलिस भी मौजूद है लेकिन सीबीआई ने पुलिस कर्मियों और पुलिस अधिकारियों को छापेमारी की कार्रवाई से अलग रखा है। इसके पहले बैंक भी अपनी बकाया रकम के लिए राजस्नेह पर कार्रवाई कर चुका है। बैंक ने राजस्नेह के दिल्ली रोड स्थित शोरूम को सील करवा दिया था।
सीबीआई टीमों की ये छापेमारी सुबह आठ बजे शुरू हुई। राजस्नेह के निदेशकों के घर सीबीआई ने एक साथ छापा मारा। सीबीआई ने राजस्नेह के निदेशक अशोक जैन के आवास सूर्य प्लेस, मनोज गुप्ता के आवास सदर बाजार और अनिल जैन के वर्धमान फ्लोर मिल मोहकमपुर और अशोक जैन के पुराने आवास प्रेमपुरी में एक साथ छापा मारा। सीबीआई टीमों ने घर के अंदर पहुंचते ही परिवार के सभी सदस्यों को एक जगह बुलाकर सभी को ड्राइंग रूम में बैठा दिया। सीबीआई ने परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल फोन भी अपने कब्जे में कर लिए। टीम ने निदेशकों के परिवारीजनों से लोन संबंधी दस्तावेजों के बारे में भी पूछताछ की।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने आसपास के इलाकों को सील कर दिया है।