समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि बाढ़ की विभीषिका में फंसे लोग जान-माल की गुहार लगा रहे हैं। पर, भाजपा सरकार को इधर देखने की फुर्सत नहीं है, वह आए दिन अपने प्रचार उत्सवों के आयोजन में व्यस्त है। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि गोरखपुर के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। छह प्रमुख नदियां यहां उफान पर हैं। यहां भरवलिया-बसावनपुर रिंग बांध टूट गया है। गोरखपुर-वाराणसी, सोनौली, गोरखपुर-लखनऊ जोड़ने वाली सड़कों पर यातायात बाधित है। कई तटबंध टूट फूट गए हैं। आमी नदी का पानी इंडियन आयल कारपोरेशन के बाटलिंग प्लांट में पानी भर जाने से प्लांट बंद हो गया है।
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की जनता बाढ़ के प्रकोप से त्राहि-त्राहि कर रही है। भाजपा सरकार ने बाढ़ के हालात पर कोई गम्भीरता नहीं दिखाई है। राहत कार्य अभी तक नहीं चल रहे हैं। बाढ़गस्त इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने की सुचारू व्यवस्था नहीं है। कई जिलों मे ज्वर और दूसरी बीमारियां भी फैल रही है जिनके इलाज के लिए कोई चिकित्सीय मदद नहीं मिल रही है। सब कुछ भगवान भरोसे है। ठीक उसी तरह जैसे कोरोना पीड़ितों की भाजपा ने कोई सुध नहीं ली थी। भाजपा सरकार पूर्णतया संवेदनशून्य है। जनता ने इसलिए तय कर लिया है कि सन् 2022 में अब वह भाजपा की किसी चाल में न फंसकर सपा को ही विजयी बनाएंगे।