कांग्रेस सांसद राहुल गांधी कल लगातार बढ़ती महंगाई को लेकर केंद्र सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने इस दौरान जीडीपी का नया पतलब बताया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जीडीपी वाकई बढ़ रही है। जी से गैस के दाम, डी से डीजल के दाम और पी से पेट्रोल के दाम लगातार बढ़ ही रहे हैं। राहुल गांधी के इस बयान पर प्रतिक्रिया आना लाजमी है। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री ने राहुल के लिए जीडीपी का नया मतलब समझाया है।
राहुल गांधी द्वारा सरकार के लिए GDP का अर्थ गैस, डीज़ल, पेट्रोल बताने पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा, ”राहुल गांधी के लिए GDP का अर्थ, G से (सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, राहुल गांधी), D से उनके राजनीतिक गुरु दिग्विजय सिंह और P से पी. चिदंबरम है। वे क्या जाने GDP का अर्थ।”
क्या कहा था राहुल गांधी ने?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बढ़ती महंगाई को लेकर बुधवार को सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि किसानों, छोटे कारोबारियों और वेतनभोगी वर्ग से धन लिया जा रहा है और गरीबों का धन ‘प्रधानमंत्री के कुछ पूंजीपति ‘मित्रों को दिया जा रहा है। राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि अर्थव्यवस्था विनाशकारी रूप से विफल हो गई है तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश की वास्तविकता का सामना नहीं कर पा रहे और घबराए हुए हैं।
राहुल गांधी ने दावा किया कि प्रधानमंत्री को घबराया हुआ और भारत में आर्थिक एवं नेतृत्व के संकट को देखकर चीन भी अपनी योजना बना रहा है कि वह इस स्थिति का कैसे लाभ उठा सकता है। उन्होंने रसोई गैस, डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि पिछले सात साल में इन उत्पादों के दाम बढ़ाकर 23 लाख करोड़ रुपए अर्जित किए गए हैं। उन्होंने सवाल किया कि यह धन कहां खर्च किया गया है?
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार ने जीडीपी की नई अवधारणा पेश की है, जिसके अनुसार जीडीपी बढ़ने का अर्थ गैस, डीजल और पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि से है। उन्होंने कहा कि जिस दिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 90-100 डॉलर तक पहुंच जाएंगी, तब स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाएगी। उन्होंने एक ट्वीट भी किया, ”जीडीपी- गैस, डीजल, पेट्रोल के दामों में उछाल जारी है, सिर्फ उद्योगपति मित्रों के लिए हितकारी है, सवाल करो उससे जिसकी जवाबदारी है।”