ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) की एक रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि सऊदी अरब में काम रहे यमन के लोगों को यमन लौटने के लिए मजबूर किया जा सकता है। HRW ने सऊदी सरकार से यमनी कर्मचारियों की छटनी बंद करने की अपील की है।
बता दें कि यमन में गृहयुद्ध जैसे हालात हैं। यहां सऊदी अरब के नेतृत्व वाले सैन्य गठबंधन और ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों के बीच लड़ाई जारी है। यूनाइटेड नेशंस ने यमन संकट को दुनिया का सबसे खराब मानवीय संकट कहा है।
HRW ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सऊदी अरब के अधिकारियों ने यमन के कर्मचारियों के कॉन्ट्रैक्ट को रिन्यू नहीं कर रहे हैं और खत्म कर रहे हैं। HRW ने सऊदी सरकार से तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा है कि सरकार को यमन के लोगों को सऊदी अरब से नहीं भगाना जाना चाहिए। HRW में यमन के रिसर्चर अफरा नासर ने मामले को लेकर बताया है कि सऊदी अधिकारी प्रभावी रूप से यमन में चल रहे संघर्ष और मानवीय संकट के लिए हजारों यमनी पेशेवरों को जबरन वापस करने की धमकी दे रहे हैं।
न्यूज़ एजेंसी एएफपी ने मामले को लेकर सऊदी अधिकारियों से बात करने की कोशिश की लेकिन अधिकारियों ने कोई जवाब नहीं दिया है। यमन सरकार के 2020 के आंकड़ों के मुताबिक सऊदी अरब में करीब 20 लाख यमनी लोग काम करते हैं।
बता दें कि यमन में जारी युद्ध से अब तक 10 हज़ार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग विस्थापित हुए हैं। यूनाइटेड नेशंस की एक रिपोर्ट बताती है कि करीब 24 लाख यमनी लोगों को तुरंत मदद की जरूरत है।