गाजियाबाद में पुलिस ने सोमवार को 100 करोड़ रुपये के फर्जी लोन कराने वाले माफिया लक्ष्य तंवर सहित तीन को गिरफ्तार कर लिया है। कविनगर के रहने वाले लक्ष्य तंवर के खिलाफ प्रदेश के विभिन्न जनपदों में जालसाजी के 22 से ज्यादा मुकदमें दर्ज है। वह बैंक लोन के जरिये कई राष्ट्रीय बैंकों को करोड़ों रुपये का चूना लगा चुका है।
सीओ सिटी महिपाल सिंह ने बताया कि जालसाजी का मास्टरमाइंड और बैंक लोन के जरिए कई बैंकों को चूना लगाने वाले माफिया लक्ष्य तंवर, उसके रिश्तेदार चाचा व भाई को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि जांच पड़ताल में पता चला है कि पंजाब नेशनल बैंक के बैंक मैनेजर उत्कर्ष कुमार व डिप्टी मैनेजर प्रियदर्शनी के साथ मिलकर अपने दूर के रिश्तेदार तुराबनगर के रहने वाले शिवम पुत्र सुनील कुमार को विश्वास में लेकर फर्जी तरह से प्रॉपर्टी अपने नाम कराई। फिर उन्हीं प्रॉपर्टी पर बैंक से चार करोड़ रुपए करा लोन लिया और शिवम और उसके पिता सुनील के साथ मिलकर रुपये का बंटवारा कर लिया।
यहीं नहीं अपने बचाव के लिए शिवम ने ही मामले की रिपोर्ट दर्ज कर दी। वादी की भूमिका संदिग्ध होने के बाद पुलिस ने शिवम और उसके पिता सुनील को भी गिरफ्तार कर लिया। शिवम ने पुलिस पूछताछ में बताया कि लक्ष्य ने अपने साथियों की मदद से कम कीमत वाली प्रॉपर्टी पर बैंकों से ज्यादा लोन कराकर बैंकों को 100 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया है। वह यह काम 2013 से कर रहा है।
सीबीआई से लेकर ईओडब्लू तक हैं मुकदमें
कोतवाली प्रभारी अमित कुमार ने बताया है कि आरोपी पर प्रदेशभर में लगभग 22 अलग-अलग थानों में गंभीर धाराओं के मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस की मानें तो पकड़े गए आरोपी लक्ष्य तंवर पर कविनगर थाना, कोतवाली, सिहानी गेट, कानपुर नगर, मसूरी, लिंक रोड, नंदग्राम, सीबीआई देहरादून, गाजियाबाद, मेरठ के ईओडब्लू और इंदिरापुरम थानों में धोखाधड़ी, जालसाजी, जान से मारने की धमकी, दहेज, प्रॉपर्टी पर फर्जी ढंग से कब्जा करने, जानलेवा हमले, सरकारी कागजों में हेराफेरी और लोगों की संपत्ति कब्जाने के लगभग 22 से ज्यादा मुकदमें अब तक की जांच में सामने आए हैं।
पांच सितारा होटलों में करता था पार्टी
सीओ सिटी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी बहुत ही शातिर किस्म का है। इस पर अब तक कई प्रदेशों में मुकदमा होने की बात सामने आई है। यह लग्जरी गाड़ी में चलता था। साथ ही इसके साथ बाउंसर रहते थे। यह दिल्ली-एनसीआर के पांच सितारा होटलों में पार्टी करता था और लोगों को पैसे डबल कराने और प्रॉपर्टी के जरिए उनको मालामाल कराने का झांसा देता था। इसके झांसे में एक कायस्थ महासभा के बड़े पदाधिकारी ने लाखों रुपये का फर्जीवाड़ा कर चूना लगाया था। वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस के रिटायर्ड सीओ को भी फर्जी प्रपत्रों के आधार पर फ्लैट बेंचकर लाखों रुपये ठग लिए थे।