दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने ऑनलाइन धोखाधड़ी के आरोप में मंगलवार को झारखंड के जामताड़ा से 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस फिलहाल इन आरोपियों से पूछताछ कर इनकी ठगी के शिकार हुए लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जामताड़ा में छापेमारी की गई, जहां से इन 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि उन्होंने बैंक अधिकारियों को निशाना बनाया और कभी-कभी ई-शॉपिंग कंपनियों से ऑफर देने का झांसा दिया।
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए 14 आरोपियों में मुख्य संदिग्ध गुलाम अंसारी और अल्ताफ भी शामिल हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा कि आरोपियों के पास से दो करोड़ रुपये की संपत्ति और 20 लाख रुपये की एसयूवी जब्त की गई है।
दिल्ली : फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, 12 लोग गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने सोमवार को एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर 24 वर्षीय एक व्यक्ति और 11 महिलाओं को गिरफ्तार किया था। इन पर एक योजना के जरिए कम ब्याज दरों पर पर्सनल लोन देकर लोगों को ठगने का आरोप है।
पुलिस के मुताबिक कॉल सेंटर चलाने वाले आरोपियों ने ‘प्रधानमंत्री ऋण योजना’ नाम की एक फर्जी योजना के तहत सस्ते कर्ज की पेशकश कर लोगों से ठगी की। इस गिरोह के मास्टरमाइंड की पहचान नांगलोई के रहने वाले दीपक सैनी के रूप में की गई है।
डीसीपी (रोहिणी) प्रणव तायल के मुताबिक, शनिवार को पुलिस को रोहिणी से संचालित होने वाले एक फर्जी कॉल सेंटर के बारे में जानकारी मिली। पुलिस ने छापेमारी के दौरान पता लगाया कि कुछ पुरुष और महिलाएं टेली-कॉलिंग के कार्य में व्यस्त हैं।
डीसीपी के मुताबिक, जांच में पता चला कि आरोपी प्रधानमंत्री ऋण योजना नाम की एक फर्जी योजना के तहत सस्ते कर्ज का लालच देकर लोगों को ठगने का काम करते थे। कॉल सेंटर के मालिक को अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, 29 मोबाइल फोन और एक टैबलेट के अलावा कुछ अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं।