जंतर-मंतर पर एक रैली के दौरान नफरती नारेबाजी मामले में आरोपी हिंदू रक्षा दल प्रमुख पिंकी चौधरी ने मंगलवार दोपहर 2.30 बजे दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने में सरेंडर कर दिया। इस दौरान उनके सैकड़ों समर्थकों की भीड़ भी थाने के बाहर मौजूद थी। दिल्ली पुलिस को काफी समय से पिंकी चौधरी की तलाश थी।
भूपेंद्र तोमर उर्फ पिंकी चौधरी ने सोमवार को एक ऑनलाइन वीडियो जारी कर दावा किया था कि वह मंगलवार को दिल्ली पुलिस के समक्ष सरेंडर करेंगे। वीडियो में वह अपने खिलाफ सभी आरोपों से कथित तौर पर इनकार करते दिख रहे थे। वीडियो वॉट्सऐप एवं कुछ अन्य सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर जारी हुआ, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि आरोप झूठे एवं निराधार हैं। उन पर जंतर-मंतर पर एक रैली के दौरान सांप्रदायिक नारेबाजी करने के आरोप हैं।
वीडियो में उन्होंने दावा किया था कि मैं अब भी अपनी बात पर कायम हूं। मैं और मेरे संगठन के किसी भी कार्यकर्ता ने जंतर-मंतर पर कुछ भी गलत नहीं किया। मैं अदालत का सम्मान करता हूं। मैं 31 अगस्त को दोपहर करीब 12 बजे कनॉट प्लेस थाने में सरेंडर करूंगा और पुलिस के साथ सहयोग करूंगा।
जंतर-मंतर पर एक प्रदर्शन के दौरान मुस्लिम विरोधी नारेबाजी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में मामला दर्ज किया था। दिल्ली पुलिस इस मामले में पहले ही आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को पिंकी चौधरी को गिरफ्तारी से अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया था। इससे पहले इस महीने की शुरुआत में एक सत्र अदालत ने चौधरी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी।