इजरायल में कोरोना वायरस का कहर फिर से शुरू हो गया है। इजरायल में मंगलवार को कोरोना वायरस के लगभग 11000 नए मामले सामने आए हैं। नए मामलों में वृद्धि के लिए वायरस के डेल्टा वैरिएंट के हाई ट्रांसमिशन को जिम्मेदार बताया जा रहा है। दूसरी ओर से स्कूलों को फिर से खोलने की तैयारी भी चल रही है।
इजरायल में मंगलवार को कोरोना वायरस के 10947 मामले सामने आने के बाद भी इजरायल बुधवार से स्कूलों को पूरी तरह से खोलने की योजना के साथ आगे बढ़ रहा है। इसके साथ ही टीकाकरण में तेजी लाने का प्रयास किया जा रहा है। पहले की बेंजामिन नेतन्याहू सरकार की ओर से लागू लॉकडाउन के आलोचक रहे प्रधानमंत्री नफताली बेनेट ने कहा कि कोरोना वायरस के नए मामलों में बढ़ोतरी को टीकाकरण और सुरक्षात्मक उपायों जैसे मास्क के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है।
60 फीसदी लोग ले चुके हैं दोनों डोज
लगभग 93 लाख आबादी वाले इजरायल में 60 फीसदी लोग टीके की दोनों डोज ले चुके हैं। इसमें 80 प्रतिशत वयस्क शामिल हैं। कोरोना वायरस के चपेट में आने के बाद इजरायल दिसंबर 2020 में ही राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान शुरू करने वाले देशों में से एक था। कोरोना केस में गिरावट के आने के बाद जून लगभग सभी प्रतिबंधों को हटाने का फैसला भी किया था।
बूस्टर डोज भी कर रहा काम
प्रतिबंधों को हटाने के बाद भी कोरोना पर काबू पाने के लिए इजरायल ने कई उपाय लागू किए। जिसमें इन डोर मास्क पहनना, सभाओं को सीमित रखना और कुछ जगहों पर प्रवेश के लिए टीकाकरण होना शामिल है। बेनेट ने कहा कि बूस्टर डोज के रोलआउट होने के परिणाम दिखने लगा है क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या को सीमित हो गई है।