अफगानिस्तान में तालिबान के राज को पाकिस्तान के समर्थन जैसी बातें कई बार सामने आई हैं। इधर, अब तालिबान सरकार को लेकर बनी अनिश्चितता के बीच मंगलवार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि अफगानिस्तान में कुछ दिनों के भीतर सरकार बन जाएगी।
शाह महमूद कुरैशी ने इस्लामाबाद में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले दिनों में अफगानिस्तान में आम सहमति की सरकार बनेगी।”
हालांकि, पाकिस्तान की चिकनी चुपड़ी बातों के बाद भी तालिबान बार- बार अपने बयानों से उसे झटके दे रहा है। अफगानिस्तान में तालिबान का राज फैलने के साथ ही बार- बार कहा गया है कि पाकिस्तान तालिबान के साथ मिलकर भारत के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। लेकिन अब तालिबान ने खुद साफ कर दिया है कि उसका इससे कोई लेना देना नहीं है। बल्कि वह पड़ोसी देशों के साथ रिश्ते अच्छे बनाना चाहता है। तालिबान के वरिष्ठ नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्टानिकजई ने भारत और पाकिस्तान से कहा कि अफगानिस्तान को अपने द्विपक्षीय झगड़े में नहीं खींचें। सीएनएन-न्यूज 18 के साथ एक विशेष साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि ये सोच गलत है कि तालिबान भारत के खिलाफ पाकिस्तान के साथ मिलकर काम कर सकता है। हमारी ओर से ऐसा कोई बयान या संकेत नहीं है। हम अपने सभी पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध चाहते हैं।”
गौरतलब है कि इससे पहले भी तालिबान पाक पीएम इमरान खान को बड़ा झटका दे चुका है। पाकिस्तान चाहता था कि तहरीक-ए-तालिबान की समस्या सुलझाने में तालिबान उसकी मदद करेगा, मगर काबुल पर कब्जा जमाने वाले संगठन ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है। तालिबान ने पाक से दो टूक कहा है कि तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, पाकिस्तान की समस्या है, उसे ही खुद सुलझाना होगा न कि अफगानिस्तान को।