नीलगिरी इंफ्रासिटी के मालिकों पर पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। इनके खिलाफ एक साथ 15 केस दर्ज करने के साथ ही सीएमडी और एमडी पति-पत्नी और मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया है। वाराणसी और आसपास के जिलों में जमीन और गोल्ड में निवेश के साथ ही टूर पैकेज के नाम पर बड़ी धोखाधड़ी के मामले में कार्रवाई हुई है। वाराणसी में मलदहिया क्षेत्र की इंडियन प्रेस कॉलोनी स्थित नीलगिरी इंफ्रॉसिटी का दफ्तर है। कंपनी के चीफ मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) विकास सिंह, उनकी पत्नी मैनेजिंग डायरेक्टर (MD) ऋतु सिंह और प्रबंधक प्रदीप यादव को गिरफ्तार कर लिया है।
इसके साथ ही 5 नामजद अफसा, संजय प्रजापति, अमित जायसवाल, पीयूष बरनवाल और अर्चना एकाउंटेंट के अलावा कंपनी से जुड़े अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। कंपनी और इसके कर्ताधर्ताओं के खिलाफ वाराणसी और चंदौली के अलग-अलग थानों में धोखाधड़ी के आरोप में पहले से 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं।
विकास सिंह और ऋतु सिंह तुलसीपुर महमूरगंज क्षेत्र के विला रेजिडेंसियल सोसाइटी में रहते हैं। आरोप है कि नीलगिरी इंफ्रॉसिटी कंपनी वाराणसी और चंदौली में मार्केट रेट से काफी कम कीमत में प्लॉट देने का दावा करती थी। इसके अलावा गोल्ड में निवेश कराकर अच्छे मुनाफे और देश के पर्यटन स्थलों के लिए टूर पैकेज भी देती थी।
कई राज्यों के लोगों ने किया निवेश
लुभावने ऑफर के झांसे में आकर यूपी के पूर्वांचल से लगे बिहार, झारखंड, गुजरात और मध्य प्रदेश के सैकड़ों लोगों ने करोड़ों रुपए कंपनी में निवेश किए थे। जो भी पैसा निवेश करता था, उससे कंपनी के सीएमडी, एमडी और निदेशक शुरुआत में बेहद अच्छे से पेश आते थे और फिर बाद में संपर्क ही खत्म कर देते थे। इसे लेकर कंपनी के इंडियन प्रेस कॉलोनी स्थित कार्यालय में कई बार मारपीट और हंगामा हो चुका था। निवेशकों ने कंपनी के कर्ताधर्ताओं पर कई बार कार्यालय बुलाकर मारपीट का आरोप भी लगाया था।
विकास सिंह और ऋतु सिंह के कार्यालय में जुलाई महीने में अपने पैसे को लेकर अलग-अलग राज्यों से आए लोगों ने जबरदस्त हंगामा किया था। पुलिस कमिश्नर के आदेश से सभी के प्रार्थना पत्र के आधार पर विकास, ऋतु और नीलगिरी इंफ्रॉसिटी कंपनी से जुड़े अन्य लोगों पर चेतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। विकास और कंपनी से जुड़े अन्य लोगों पर कार्रवाई के लिए पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने भी वाराणसी के पुलिस कमिश्नर को 2 बार प्रार्थना पत्र भेजा था। इससे नाराज विकास ने मुकदमा दर्ज कराने वाले 9 लोगों और अमिताभ ठाकुर पर 50 लाख रुपए रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए अदालत में प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी।
उधर, पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने कहा कि आमजन से अपील है कि कहीं भी अपना पैसा निवेश करते समय अच्छी तरह से देख-समझ लें। लुभावने ऑफर के चक्कर में आकर अपनी जीवन भर की कमाई को दांव पर न लगाएं। चेतगंज थाने की पुलिस नीलगिरी इंफ्रॉसिटी कंपनी के मालिकों और धोखाधड़ी में संलिप्त अन्य लोगों के खिलाफ जल्द ही अदालत में आरोप पत्र दाखिल करेगी। पुलिस अदालत में प्रभावी पैरवी कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाएगी।