अफगानिस्तान पर कब्जा जमाने के बाद तालिबान अब नई सरकार के गठन में जुट गया है। तालिबान ने मंगलवार को कार्यवाहक वित्त मंत्री, शिक्षा मंत्री और गृह के नाम पर मूहर लगा दी है। बता दें कि तालिबान के लड़ाकों ने 15 अगस्त पर काबुल पर कब्जा जमा लिया था। इससे पहले वो कई शहरों को अपनी जद में ले चुके थे।
रॉयटर्स ने अफगानिस्तान की न्यूज एजेंसी Pajhwok के हवाले से कहा कि बताया है कि तालिबान ने सखउल्लाह को कार्यवाहक शिक्षा प्रमुख, अब्दुल बाकी को उच्च शिक्षा का कार्यवाहक प्रमुख और सदर इब्राहिम को को कार्यवाहक गृहमंत्री जबकि गुल आगा को वित्तमंत्री बनाया है। वहीं, मुल्ला शिरीन को काबुल का गर्वनर और हमदुल्ला नोमानी को काबुल का मेयर के साथ-साथ खुफिया प्रमुख की जिम्मेदारी दी है।
अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद तालिबान ने सोमवार को’लोया जिरगा’ यानी भव्य सभा का आयोजन किया, जिसमें आठ से ज्यादा उलेमाओं तथा धर्म के विद्वानों ने हिस्सा लिया है। तालिबान के राजनीतिक नेताओं ने भी लोया जिरगा में भाग लिया। तालिबानी नेता और दोहा शांति वार्ता दल के महत्वपूर्ण सदस्य मौलवी अमीर खान मुतक्की ने लोया जिरगा की अध्यक्षता की। इस दौरान मौलवी मुतक्की ने कहा कि तालिबान इस्लामी अमीरात अफगानिस्तान की नई सरकार में देश के सभी राजनीतिक दलों को शामिल करना चाहता है
वहीं तालिबान के प्रवक्ता जबिउल्ला मुजाहिद ने कहा कि कट्टरपंथी समूह द्वारा काबुल पर कब्जा करने के बाद पहली बार अफगानिस्तान की राजधानी में लोया जिरगा का आयोजन किया गया। उन्होंने जिरगा को संबोधित करते हुए युवा पुरुषों तथा महिलाओं से इस्लामिक अमीरात अफगानिस्तान का निमार्ण करने में मदद करने की अपील की। साथ ही उन्होंने देश की शिक्षा व्यवस्था के बारे में भी बात की।