महाराष्ट्र के पालघर से क्रूरता की हैरान कर देने वाली एक घटना सामने आई है जिसमें एक आदिवासी व्यक्ति ने अपने मालिक के उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर ली। पिछले साल दिसंबर में आदिवासी कालू पवार के बेटे की मौत हो गई थी जिसके अंतिम संस्कार के लिए उसने रामदास कोर्डे नाम के आदमी से 500 रुपये कर्ज लिया था। लेकिन जब पवार 500 रुपये नहीं चुका पाया तो कोर्डे ने उससे महीनों तक अपने खेत में काम करवाया और वेतन मांगने पर उसके साथ मारपीट की।
पालघर पुलिस ने रविवार को रामदास कोर्डे को कथित तौर पर पीटने और आदिवासी कालू पवार को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के अनुसार, एक आदिवासी व्यक्ति कालू पवार ने पिछले साल नवंबर में अपने बेटे के अंतिम संस्कार के लिए कफन खरीदने के लिए कोर्डे से 500 रुपये उधार लिए थे। इसके बाद कोर्डे ने कर्ज चुकाने के नाम पर पवार से महीनों तक अपने खेत में काम कराया।
सूत्रों ने कहा कि पवार जब भी वेतन मांगते थे तो कोर्डे उन्हें परेशान करता था और मारपीट करता था। इस महीने की शुरुआत में पवार ने दुख में आकर आत्महत्या कर ली। पवार की पत्नी की शिकायत पर, कोर्डे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और बंधुआ मजदूरी प्रणाली (उन्मूलन) अधिनियम की धारा 374 (गैरकानूनी अनिवार्य श्रम) के तहत मोखाड़ा पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।