मुजफ्फरनगर के नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के गांव अलमासपुर से बच्चे का अपहरण कर 10 लाख की फिरौती मांगने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार देर रात मुठभेड़ के दौरान तीन अपहरणकर्ताओ को गिरफ्तार किया है। बच्चा सकुशल बरामद कर लिया गया है। पुलिस मुठभेड़ के दौरान तीनों आरोपी पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए, वहीं मुठभेड़ में 2 पुलिसकर्मी भी जख्मी हुए हैं। घायल बदमाशों से तीन तमंचे व अन्य सामान बरामद हुआ है।
गांव अलमासपुर से पांच दिन पूर्व ट्यूशन जा रहा 7 साल का वंश संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया था। पुलिस ने मामले की जांच की प्रथम दृष्टया पुलिस को पति-पत्नी के बीच विवाद का मामला सामने आया। वहीं मामले के संबंध में पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिली, जिसमें बाइक सवार बच्चे को साथ लेकर जा रहे थे। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल की तो मामला अपहरण का निकला।
नई मंडी कोतवाली प्रभारी अनिल कपरवान ने बताया कि अलमासपुर निवासी मोनू के बेटे वंश (7 वर्ष) का उसके ही सगी मौसी की लड़के मोहित निवासी अलमासपुर व उसके दो साथी दीपक निवासी कुटबा व सुनील निवासी कुटबी थाना शाहपुर ने अपहरण किया था। अपहरणकर्ताओं ने बच्चे को छोड़ने के लिए 10 लाख की फिरौती की मांग की थी। जांच पड़ताल के बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई।
शुक्रवार देर रात पुलिस को सूचना मिली कि बागोवाली चौराहे के पास ईट भट्ठे की पथेर में बच्चे को छिपाकर रखा गया है। पुलिस ने बदमाशों घेराबंदी की तो उन्होंने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में तीनों अपहरणकर्ता पुलिस की गोली लगने से घायल हो गये, वहीं बदमाशों को लगने से सिपाही हरविंदर व सोनू भी जख्मी हुए हैं।
पुलिस ने अपहरणकर्ताओं से तीन तमंचे व अन्य सामान बरामद किया है। नई मंडी कोतवाली प्रभारी का कहना है कि बच्चे के पिता की जमीन रेलवे विभाग में गई है। उसे जमीन का मुआवजा मिला था। वह मूल रूप से बेगराजपुर का रहने वाला है। इसी वजह से उसके रिश्तेदार ने 10 लाख की फिरौती की योजना बनाते हुए बच्चे का अपहरण किया था। शुक्रवार देर रात मुठभेड़ होने पर पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया है, वहीं बच्चे को सकुशल अपहरणकर्ताओं से छुड़ा लिया गया है। गुरुवार तक पुलिस अपहरण को पति पत्नी का विवाद बता रही थी।