राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि भाजपा राष्ट्रवादी मुद्दों पर वोट तो लेती है लेकिन शहीदों के परिवारों का ख्याल नहीं रखती। शहीद कौशल रावत के परिवार के साथ सरकार द्वारा अपराधियों और आतंकियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है, जोकि शर्मनाक है। जयंत ने कहा कि सात दिन में मांगें पूरी न होने पर रालोद विरोध प्रदर्शन करेगी। आगामी विधानसभा चुनाव में सपा से गठबंधन पर बोले कि समान विचारधाराओं वाले दलों को एक होना चाहिए। अभी वक्त है, बातचीत चल रही है।
मंगलवार को रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी आगरा में पुलवामा शहीद कौशल किशोर रावत के परिजनों से मुलाकात करने उनके गांव कहरई पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा कि ढाई साल में सरकार शहीद के परिवार से किए गए वादे पूरे नहीं कर पायी है। ये राष्ट्र का अपमान है। शहीद का परिवार शासन-प्रशासन की वादाखिलाफी से आहत है। परिजनों की बातों से लगता है कि सरकार उनसे किए वादे अब पूरा नहीं करना चाहती है। परिजनों को केवल लिखा-पढ़ी में उलझाया जा रहा है।
जयंत ने कहा कि दो दिन पहले मुख्यमंत्री आगरा आए थे। शहीद के परिवार को प्रशासन ने उनसे नहीं मिलने दिया। शहीद की वीरांगना को थाना में बैठाकर उनके साथ आतंकियों और अपराधियों जैसा व्यवहार किया गया। पुत्र को पूरे दिन इधर से उधर घुमाया। इससे परिवार में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि, जो भी पुलवामा के शहीदों की कद्र करता है, उनको सरकार के इस व्यवहार से चोट पहुंची है। इससे देश में नकारात्मकता का संदेश जा रहा है।
इससे पहले जयंत चौधरी दोपहर करीब 2.30 बजे शहीद कौशल रावत के गांव कहरई पहुंचे। यहां शहीद की समाधि पर पुष्प अर्पित किए। उसके बाद शहीद की वीरांगना ममता रावत से मुलाकात की। उनकी पीड़ा जानी। उन्हें आश्वस्त किया कि वे हर वक्त उनके साथ खड़े हैं। बाद में उन्होंने चेतावनी दी कि सात दिन में शहीद परिवार की मांगें पूरी नहीं हुईं तो रालोद डीएम कार्यालय का घेराव करके आंदोलन करेगी।
सपा के साथ वैचारिक गठबंधन
शहीद के परिवार से मिलने गांव कहरई पहुंचे रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने पहले पहल राजनैतिक सवालों से दूरी बनाई। बाद में उन्होंने कहा कि वे शहीद के परिवार से मिलने आए हैं। यहां उन्होंने एक सवाल के जबाव में बताया कि सपा से उनका वैचारिक गठबंधन है। सीट को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हैं। बसपा और कांग्रेस से गठबंधन की कोई बात नहीं है। उन्होंने बताया कि देश का किसान सरकार बनाता है और गिराता भी है। वर्तमान में किसान रालोद के साथ हैं।
राज्यपाल से मिलेंगे राष्ट्रपति को लिखेंगे पत्र
जयंत चौधरी ने कहा कि, शहीद के परिवार की पीड़ा और समस्याओं को लेकर राष्ट्रपति को पत्र लिखेंगे। साथ ही उप्र की राज्यपाल से भी मिलने का समय मांगेंगे। उन्होंने कहा कि मुझे जानकारी नहीं थी कि सरकार ने शहीद परिवार से जो वादे किए हैं वो पूरे नहीं हुए हैं। ये बहुत गंभीर मामला है। बताया कि वे अपने पिता स्व. अजीत सिंह चौधरी के निधन के बाद किसी दूसरे कार्यक्रम में आए हैं। इससे पहले वे किसानों संग संसद गए थे।
राजनीतिक पार्टियों की चहल पहल
शहीद कौशल रावत की वीरांगना ममता रावत की मुख्यमंत्री से मुलाकात न होने देने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राजनीतिक दलों के नेताओं का शहीद के गांव कहरई में आवागमन बढ़ गया है। मंगलवार को रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी गांव में पहुंचे। इससे पहले सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी शहीद के परिवार से फोन पर बात कर उनकी पीड़ा जानी। बाद में सपा पदाधिकारी भी शहीद के परिवार से मिले। वहीं, बसपा और कांग्रेस के स्थानीय नेता भी शहीद के परिवार से मुलाकात करने पहुंचे और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।