ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे पर दूसरे दिन भी वाहनों का संचालन शुरू नहीं हो पाया है। तोताघाटी में पहाड़ से बोल्डर गिरने से सड़क धंस गई है। गुरूवार तक हाईवे खुलने का दावा राष्ट्रीय राजमार्ग प्रशासन कर रहा है। बुधवार को नरेन्द्रनगर-खाड़ी-देवप्रयाग होकर वाहन श्रीनगर भेजे गये। बीती मंगलवार सुबह 10.30 बजे तोताघाटी के पास मलबा गिरने से मार्ग बाधित हो गया था। यहां पहाड़ से बड़े-बडे बोल्डर टूटकर गिर गये थे। जिससे सड़क धंसने के साथ संकरी हो गई है। गुरूवार को राष्ट्रीय राजमार्ग प्रशासन ने मार्ग निमार्ण में लगी कंपनी को मलबा हटाने के साथ पहाड़ कटान में लगाया।
जिससे सड़क चौडी की जा सके। लेकिन कटान के दौरान लगातार मलबा गिरने से दिक्कत आ रही है। मार्ग बाधित होने पर ऋषिकेश से ही वाहनों को नरेन्द्रनगर-खाड़ी-देवप्रयाग होकर श्रीनगर भेजा गया। बीते एक सप्ताह से बदरीनाथ मार्ग मलबा गिरने से बाधित हो रहा है। एनएच के सहायक अभियंता एसके द्विवेदी का कहना है कि तोताघाटी में भूस्खलन के चलते मार्ग बाधित हो गया है। यहां पहाड़ से बोल्डर भी टूटकर गिर रहे है। इससे दिक्कत आ रही है। गुरूवार तक श्रीनगर मार्ग को वाहनों के लिये खोल दिया जायेगा।
16 घंटे बाद खुला केदारनाथ हाईवे
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ हाईवे में भारी बरसात के चलते रामपुर न्यालसू से पास कलड़ूंगी में पहाड़ी से बड़ी मात्रा में मलबा आने से बंद हाईवे पर 16 घंटे बाद आवाजाही शुरू हुई। यहां पर चारधाम परियोजना में मार्ग चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। सोलह घंटे अवरुद्ध रहने के बाद बुधवार सुबह साढ़े नौ बजे हाइवे पर यातायात सुचारू हो सका। हाइवे अवरुद्ध होने से स्थानीय जनता को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़। केदारघाटी में बरसात के शुरू होते ही राजमार्ग पर कई डेंजर जोन सक्रिय हो जाते हैं जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
शेरसी और रामपुर के मध्य स्थित कलड़ूंगी पर आए दिन पहाड़ी से कटाव के कारण मार्ग बंद हो जाता है। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य खुशाल सिंह रावत ने बताया बरसात के इस सीजन में क्षेत्रीय जनता को सफर करना अत्यधिक मुश्किल हो गया है ,आये दिन पहाड़ी से पत्थर गिरने का भय बना रहता है। लगातार हो रहे पहाड़ी से कटाव के कारण मार्ग को काफी मशक्कत के बाद आवाजाही हेतु खोल दिया गया।