पीजी कोर्स के लिए मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के लिए एक डॉक्टर ने दूसरे डॉक्टर के साथ ठगी की वारदात को अंजाम दिया है। आरोपी डॉक्टर नवीन कुमार को बंगाल से राजौरी गार्डन थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पीड़ित डॉक्टर के बेटे का मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के पर ठगी की थी।
पुलिस उपायुक्त उर्विजा गोयल ने बताया कि वर्ष 2015 में एक डॉक्टर ने पुलिस को अपने साथ हुई ठगी की शिकायत दी। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि उनके फोन पर एक मैसेज आया था, जिसमें मेडिकल के पीजी कोर्स में दाखिले की बात कही गई थी।
पीड़ित डॉक्टर ने शिकायतकर्ता ने संपर्क किया, तो मालूम हुआ कि यह नंबर डा नवीन कुमार का है। नवीन ने खुद को स्वास्थ्य मंत्रालय का पूर्व अधिकारी बताया और कहा कि उसके अलग अलग विश्वविद्यालयों में काफी जान- पहचान हैं। इन संपर्कों का फायदा उठाते हुए वह प्रबंधन कोटे की सीट में दाखिला करा सकता है। कुछ देर की बातचीत शिकायतकर्ता ने अपने बेटे के दाखिले के लिए नवीन से बात की। यह दाखिला रेडियो मेडिकल डायग्नोसिस के कोर्स में होना था।
पुणे स्थित डीवाई पाटिल मेडिकल कालेज में दाखिले की बात हुई। तय हुआ कि दाखिले के एवज में डेढ़ करोड़ रुपये देने होंगे। इसके बाद शिकायतकर्ता ने नवीन को बतौर एडवांस 24 लाख रुपये दे दिए। लेकिन एडवांस में इतनी बड़ी रकम देने के बाद भी जब दाखिल नहीं हुआ, तब शिकायकर्ता ने नवीन से कहा कि वह रकम लौटा दे। इसके बाद नवीन ने शिकायतकर्ता के खाते में 7.92 लाख रुपये लौटा दिए। लेकिन शेष रकम के लिए जब भी शिकायतकर्ता नवीन के फोन पर संपर्क करने की कोशिश करते वह उनका फोन नहीं उठाता था। अंत में राजौरी गार्डन थाना में इस बावत शिकायत दर्ज कराई गई। केस दर्ज करने के बाद राजौरी गार्डन थाना एसएचओ इंस्पेक्टर अनिल शर्मा की टीम ने छानबीन शुरू की।
समस्या यह थी कि आरोपित व शिकायतकर्ता के बीच कभी मुलाकात नहीं हुई थी। उनके पास आरोपी का कोई फोटो नहीं था। उनके पास केवल मोबाइल नंबर था। इसके बाद पुलिस टीम ने उस खाते पर ध्यान लगाया, जिसमें 24 लाख रुपये जमा कराए गए थे। पुलिस टीम बैंक भी पहुंची लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस ने तकनीकी छानबीन का सहारा लेकर आरोपी के लोकेशन का पता साल्ट लेक लगा लिया। पुलिस के अनुसार साल्ट लेक में अभी बाढ़ की स्थिति है। ऐसे में पुलिस टीम को वहां सही समय के इंतजार में तीन दिन रुकना पड़ा। बाढ़ का पानी कम होते ही पुलिस टीम ने आरोपित नवीन को पांच अगस्त को दबोच लिया।