उफनती गंगा को देखने और घाट किनारे मस्ती करने के लिये लोगों ने कोरोना के खतरे को भी दरकिनार कर दिया। रविवार को पटना के गांधी घाट पर हजारों लोगों की भीड़ मौज-मस्ती करती दिखी। राजधानी पटना के इन घाटों का नजारा मुंबई के जुहू चौपाटी से कम नहीं था। कुछ महीने पहले जिस शहर में कोरोना से होने वाली मौतें थमने का नाम नहीं ले रही थीं, वहां मां-बाप के साथ घूम रहे बच्चे भी बिना मास्क के दिखे। शाम के पांच बजे गांधी घाट के इंट्री गेट पर चलने तक की जगह नहीं बची थी। बगैर अनुमति के म्यूजिकल कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां सैकड़ों लोग बिना सोशल डिस्टेंसिंग की परवाह किये तालियां बजा रहे थे।
ग्रुप में आये युवक शोर-शराबा करते हुए सेल्फी ले रहे थे। एक तरफ जहां कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ रही थीं तो दूसरी ओर प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरीके से फेल दिखी। देर शाम पीरबहोर थाने की पुलिस गांधी घाट पर पहुंची। हालांकि, पुलिस ने भी वहां गश्ती गाड़ी लगाकर सिर्फ कोरम पूरा किया। किसी तरह की रोक-टोक या माइकिंग नहीं की गयी ताकि लोग सचेत रहें।
गंगा की तेज धार के बीच कुछ युवक पानी में स्टंट करते नजर आ रहे थे, जबकि ऊपर रेलिंग पर खड़े लोग उन्हें समझाने और मना करने की बजाय तालियां बजा रहे थे। ऐसे में थोड़ी भी चूक होती तो पानी में तैरने और स्टंट करने वालों के लिये बड़ा खतरा पैदा हो सकता था। गौरतलब है कि हाल ही में गंगा में डूबने से कई युवकों की जान गयी है।
पाथ-वे पर चढ़े पानी में खेल रहे थे लोग
गांधी घाट पर गंगा के पाथ-वे पर चढ़े पानी में लोग खेल रहे थे। कई ग्रुप में युवक यहां देर शाम पहुंचे थे, जिन्होंने पानी में मस्ती की। स्थानीय लोगों ने बताया कि वे पानी में उतरने वाले लोगों को मना करते हैं, इसके बावजूद युवक उनकी बातों को नहीं सुनते।
रहें सावधान वरना हो सकती है परेशानी
– सार्वजनिक जगहों पर मास्क जरूर लगाएं, सैनेटाइजर भी साथ रखें
– सोशल डिस्टेसिंग का पालन करें, भीड-भाड़ में जाने से बचें
– बच्चों को मास्क जरूर पहनाएं