दूसरी जाति की लड़की से शादी करने पर ग्राम पंचायत सेक्रेटरी अनीश चौधरी की हत्या के मामले में भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर रावण ने शनिवार को गोरखपुर पहुंचकर पीड़ित परिवार के सदस्यों से मुलाकात की। मुलाकात के बाद चंद्रशेखर इस घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए मामले की सीबीआई जांच, परिवार को सुरक्षा, एक करोड़ रुपए का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की मांग की।
चंद्रशेखर रावण ने गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयू) के गृहविज्ञान विभाग में पिछले दिनों एक छात्रा की मौत का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि वह छात्रा के परिवारवालों से भी मिलेंगे। मामले में निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए। चंद्रशेखर ने कहा कि अनीश चौधरी मामले में सात आरोपी अब भी बाहर हैं। वे परिवार के लोगों की हत्या कर सकते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि इतनी बड़ी घटना हो जाने के बावजूद जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने संज्ञान नहीं लिया। गृह जनपद में हुई इस घटना का मुख्यमंत्री जी ने भी स्वत: संज्ञान नहीं लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि यह परिवार छह महीने से अनीश की सुरक्षा की गुहार लगा रहा था लेकिन पुलिस ने सुरक्षा नहीं दी। नतीजतन सरेआम अनीश की हत्या कर दी गई।
चंद्रशेखर रावण ने कहा कि हो सकता है कि मामले में पुलिस की भी संलिप्तता हो इसलिए इस हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंप देनी चाहिए। चंद्रशेखर ने कहा कि उनकी सहानुभूति सिर्फ दलित नहीं हर उस व्यक्ति के साथ है जिसपर अत्याचार हो रहा है। आज कोई वर्ग सुरक्षित नहीं है। यूपी दलितों के रहने लायक नहीं रह गया है। उन्होंने कहा कि सबसे दुर्भाग्यपूर्ण पहलू है कि दलितों की हत्याओं की कहीं कोई चर्चा ही नहीं होती। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर संघर्ष की चेतावनी दी। चंद्रशेखर रावण ने आरोप लगाया कि शनिवार को गोरखपुर आते समय बस्ती, संतकबीरनगर और गोरखपुर की सीमा पर उन्हें रोकने की कोशिश की गई।
अनीश हत्याकांड में अब तक आठ आरोपी हो चुके हैं गिरफ्तार
गौरतलब है कि अनीश हत्याकांड में अब तक आठ आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। दो आरोपित न्यायालय में समर्पण कर चुके हैं। अब तक घटना में इस्तेमाल दो मोटरसाइकिल और तीन भुजाली दांव पुलिस बरामद कर चुकी है।
चप्पे-चप्पे पर तैनात रही पुलिस
चंद्रशेखर रावण के कार्यक्रम को देखते हुए अनीश चौधरी गांव गोला स्थित उनौली में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और पीएसी के जवान तैनात रहे। चंद्रशेखर को रिसीव करने के लिए भीम आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ता गोपालपुर न्याय पंचायत पर जुटे थे। वहां से उनौली तक चंद्रशेखर के साथ कार्यकर्ताओं का हुजूम भी गया।