तिहाड़ जेल में गैंगस्टर अंकित गुर्जर की बुधवार सुबह संदिग्ध हालात में हुई मौत मामले में गंभीरता से लेते हुए जहां घटना को लेकर जांच के आदेश दिए गए हैं। वहीं डिप्टी सुपरिटेंडेंट समेत पांच कर्मियों को जेल ड्यूटी से हटा दिया गया है। इन पांचों कर्मियों को जांच पूरी होने तक हेडक्वार्टर से अटैच कर दिया गया है। इस बात की पुष्टि तिहाड़ जेल प्रमुख (डीजी) संदीप गोयल ने की। उन्होंने कहा कि जबतक जांच पूरी नहीं हो जाती, तबतक इन कर्मियों को हेडक्वार्टर से अटैच रखा जाएगा।
दोषी होने पर होगी कार्रवाई
तिहाड़ के डीजी इन कर्मियों को लेकर यह भी बयान दिया कि अगर जांच में ये दोषी पाए जाते हैं तो इनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। यह सबकुछ जांच रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा। अगर जांच में आरोप गंभीर होंगे तो इन्हें सस्पेंड भी किया जा सकता है। डीजी ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच के लिए एक कमेटी को लगाया गया। कमेटी के रिपोर्ट का इंतजार है।
परिजनों ने हत्या का लगाया है आरोप
गैंगस्टर अंकित गुर्जर की मौत के बाद परिजनों ने यह आरोप लगाया कि अंकित की जेल के बैरक नंबर-3 में हत्या हुई है। परिवार का यह आरोप जेलकर्मियों पर है। हालांकि इस मामले में जेल प्रशासन और पुलिस की तरफ से बताया गया कि कैदियों के झगड़े में अंकित की मौत हुई है। अंकित जिस सेल में था, वहां मौजूद दो कैदियों को घायल अवस्था में दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती कराया गया। हरि नगर थाने की एक टीम दिन भर तिहाड़ जेल में जानकारी जुटाने में लगी रही। मामले की मजिस्ट्रेट जांच चल रही है। जेल प्रशासन और पुलिस का कहना है कि डॉक्टरों के पैनल की देखरेख में पोस्टमॉर्टम किया जाएगा।