तृणमूल कांग्रेस सासंद डेरेक ओ ब्रायन के पापड़ी-चाट वाले बयान पर अभी विवाद खत्म नहीं हुआ है। अब टीएमसी सांसद ने एक बार ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला है। गुरुवार को डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट किया कि ‘मॉनसून सत्र के पहले सप्ताह में कोई विधेयक पारित नहीं हुआ। फिर मोदी-शाह ने 8 दिनों में 22 बिलों को थोप दिया। सरकार को प्रति बिल औसत समय 10 मिनट से भी कम लगा।’ उन्होंने आगे लिखा कि ‘मोदी जी, इन नए नंबरों को चुनौती दें क्योंकि मैं पापड़ी चाट की एक और प्लेट का आनंद ले रहा हूं।’ इसके साथ ही डेरेक ने उन बिलों की लिस्ट भी जारी की, इस लिस्ट में यह भी बताया गय़ा था कि कौन सा बिल कितने मिनट में पास हुआ। आपको बता दें कि सबसे पहले बीते सोमवार को टीएमसी सांसद ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए एक ट्वीट किया था।
इस ट्वीट में उन्होंने कहा था कि ‘इस सत्र के पहले 12 दिन में मोदी-शाह ने 12 बिल पारित कराए। प्रत्येक बिल को संसद में औसतन सात मिनट मिले। विधेयक पारित कर रहे हैं या पापड़ी चाट बना रहे हैं।’ यह भी जानकारी सामने आई थी कि टीएमसी सांसद की पापड़ी-चाट वाली टिप्पणी पर पीएम मोदी ने भी नाराजगी जताई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी संसदीय दल की बैठक में हिस्सा लिया था। इस बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया था कि पीएम ने डेरेक के चाट पापड़ी बयान को आपत्तिजनक बताया है।
इतना ही नहीं, इसके बाद उन्होंने मंगलवार को दिल्ली के साउथ एवेन्यू स्थित तृणमूल कांग्रेस के दफ्तर में चाट पापड़ी की पार्टी भी की थी। डेरेक ओ ब्रायन ने कहा था कि उनका इरादा गंभीर मुद्दे पर लोगों से जुड़ने के लिए एक सांस्कृतिक मुहावरे का उपयोग करना था। उन्होंने पूछा था कि अगर वो पापड़ी-चाट के बजाये ‘ढोकला’ शब्द का इस्तेमाल करते तो क्या प्रधानमंत्री खुश होते?
तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन के ‘चाट-पापड़ी’ वाले बयान को लेकर केंद्रीय मंत्री ने बुधवार को उनपर तंज कसते हुए उन्हें मछली बात खाने की नसीहत दे दी थी। डेरेक ओ ब्रायन के बयान पर तंज कसते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि ‘अगर उन्हें चाट-पापड़ी से एलर्जी हैं तो वो फिश करी खा सकते हैं। लेकिन संसद को मछली बाजार ना बनाएं…दुर्भाग्यवश जिस तरह से संसद की छवि खराब करने की साजिश रची रही है वो गलत है और ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है।’