कलेक्ट्रेट में मंत्री मुकेश सहनी के समक्ष बोचहां विधायक मुसाफिर पासवान के पुत्र अमर पासवान पर अहियापुर थाने के जमादार राजेंद्र पासवान ने केस रफा-दफा करने को लेकर धमकी देने का आरोप लगाया है। दुर्व्यवहार का भी आरोप लगाया गया है। इसको लेकर अपने वरीय अधिकारियों से शिकायत की है। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि जमादार के साथ कलेक्ट्रेट में एक केस की पैरवी को लेकर नोकझोंक हुई है। जमादार ने लिखित शिकायत नहीं दी है।
जमादार राजेंद्र पासवान ने कलेक्ट्रेट में बताया कि अहियापुर थाना के चंदवारा घाट हरपुर में जमीन विवाद को लेकर जून में दो पट्टीदारों के बीच मारपीट हुई थी। इसमें एक पक्ष के नरेश सहनी ने अहियापुर थाने में फर्द बयान के आधार पर एफआईआर करायी थी। इसकी जांच उनके द्वारा की गई। इसमें आरोपितों पर मामला सही साबित हुआ। इसके आधार पर वरीय पुलिस पदाधिकारियों ने आरोपित की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। छापेमारी की गई लेकिन, आरोपित नहीं मिला।
मंगलवार को वीआईपी पार्टी के एक कार्यकर्ता द्वारा उन्हें फोन कर कलेक्ट्रेट में बुलाया गया। कहा कि मंत्री ने आपको तलब किया है। इसके बाद वह कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। सभा खत्म होने के बाद मंत्री के समक्ष वे उपस्थित हुए। उनके द्वारा मामले की जानकारी मंत्री को दी ही जा रही थी कि बोचहां विधायक के पुत्र अमर पासवान उनको धमकी देने लगे। उनके साथ दुर्व्यवहार किया। इसके बाद उन्होंने किसी तरह मंत्री के समक्ष अपना पक्ष रखा और बाहर निकल गए।
इसकी जानकारी उन्होंने अपने वरीय अधिकारियों को दी। इधर, अमर पासवान ने बताया कि उन्होंने जमादार राजेंद्र पासवान को धमकी नहीं दी है। उनके क्षेत्र की एक जनता ने जमादार के खिलाफ मंत्री से शिकायत की। इसे लेकर उन्हें बुलाया गया था। वह मामले में निष्पक्ष जांच नहीं कर रहे हैं। इसी बात को लेकर जमादार भड़क गए।