आहार में तीन हिस्सा रंग-बिरंगे फल और सब्जियों का सेवन बुजुर्गावस्था में याददाश्त की कमी से बचा सकता है। इतना ही नहीं रोजाना सिर्फ आधी मौसमी खाने से भी मस्तिष्क स्वस्थ रहता है।
अमेरिकी शोधकर्ताओं का कहना है कि निश्चित फल का सेवन मानसिक सेहत को बरकरार रखता है।
अध्ययन के दौरान दिमाग पर मौसमी के सेवन से होने वाले असर की जांच की। पाया गया कि मौसमी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट मस्तिष्क की सेहत में सुधार करने में कारगर हैं। हर रोज सिर्फ आधी मौसमी खाने से मानसिक सेहत में गिरावट 30 फीसदी तक कम करने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि सिर्फ मौसमी ही नहीं बल्कि गाजर, नारंगी, अंगूर जैसे फलों के सेवन से भी मानसिक सेहत में गिरावट का जोखिम कम हो जाता है।
50,000 महिलाओं और पुरुषों पर किया गया अध्ययन
अध्ययन में देखा गया कि जिन लोगों ने जीवन में देर से इन फलों का सेवन शुरू किया, उनकी याददाश्त को भी लाभ हुआ। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 20 सालों तक 50 हजार महिलाओं और पुरुषों पर अध्ययन किया। प्रतिभागियों से पूछा गया कि वह कितनी बार विभिन्न फलों का सेवन करते हैं और इसके बाद उनकी याददाश्त संबंधी योग्यता से जुडे प्रश्न पूछे गए।