जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद बचाव अभियान जारी है, भारतीय वायु सेना (IAF) ने शुक्रवार को जिले के विभिन्न हिस्सों से फंसे 74 लोगों को बचाया। भारतीय वायुसेना ने बताया कि बचाए गए लोगों में गंभीर रूप से घायल 5 लोग शामिल हैं। इसके अलावा, IAF ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की 3,150 किलोग्राम राहत सामग्री भी उठाई। 28 जुलाई को, जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के गुलाबगढ़ इलाके में बादल फटने की सूचना मिली थी, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई थी, 12 लोग घायल हो गए थे और 19 अन्य लापता हो गए थे।
जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने पीटीआई को बताया कि किश्तवाड़ में बादल फटने के बाद, राहत कार्यों के दौरान भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद ली गई। “भारतीय वायुसेना के तीन हेलीकॉप्टर जम्मू, उधमपुर और श्रीनगर से एसडीआरएफ/एनडीआरएफ टीमों को किश्तवाड़ ले जाने के लिए उपयोग किए गए। साथ ही, गंभीर रूप से घायल लोगों को सोंदर से निकाला गया था।
उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टरों ने आठ फेरे लगाये और 2250 किलोग्राम राहत सामग्री, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के 44 कर्मियों, चार चिकित्सा सहायकों को पहुंचाया तथा गंभीर हालत के दो मरीजों को विशेष इलाज के लिए सोंदार से किश्तवाड़ पहुंचाया। अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के विशेषज्ञों और अत्याधुनिक उपकरणो को पहुंचाये जाने के बाद लापता लोगों को ढूंढने का काम तेज हो गया। उनमें नौ महिलाएं भी हैं। वैसे लापता लोगों के जीवित होने की संभावना कम है क्योंकि समझा जाता है कि वे तेज धार के साथ बह गये या मलबे में दब गये।
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस, सेना और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), एनडीआरएफ के संयुक्त बचाव अभियान दल को अब तक सफलता नहीं मिली है। पुलिस महानिदेशक सह होम गार्ड, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ के कमांडेंट जनरल वीके सिंह ने बताया कि उनकी टीमों से पांच दल बृहस्पतिवार को एनडीआरएफ के साथ बचाव कार्य में शामिल हो गये।