वाराणसी में अपराधियों का पक्ष लेने को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर ने महिला इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया है। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की एकमात्र महिला थाना प्रभारी पर हिस्ट्रीशीटर के पक्ष में जमीन कब्जा कराने का आरोप लगा है। चेतगंज थाने पर बतौर प्रभारी नियुक्त महिला इंस्पेक्टर की कास्तानी का खामियाजा थाने के सीनियर सब इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी को भी चुकानी पड़ी है। पुलिस कमिश्नर ए सतीश गणेश ने तीनों को निलंबित कर दिया है।
यह है मामला
पिशाचमोचन निवासी मुकेश साहू उर्फ बल्लू ने 112 नंबर पर अपनी जमीन को लेकर शिकायत की थी। मुकेश के अनुसार, पिशाचमोचन स्थित उनके द्वारा 70 लाख रुपये में सट्टा कराई गई जमीन पर उनके विरोधी पक्ष के हिस्ट्रीशीटर से पैसा लेकर इंस्पेक्टर चेतगंज संध्या सिंह कब्जा करा रही थीं। मौके पर यूपी 112 की पुलिस गई तो उन्हें इंस्पेक्टर संध्या सिंह ने डांट कर भगा दिया। इस काम में लहुराबीर चौकी इंचार्ज अमित सिंह भी उनका सहयोग कर रहे थे। इसके साथ ही चेतगंज थाने के एसएसआई ओम प्रकाश सिंह ने भी इस मामले में मुकेश का कोई सहयोग नहीं किया।
आरोप है कि मुकेश को थाने पर घंटों बैठाया गया और उन्हीं का गेट भी उठाकर जबरन कब्जा कराई गई जमीन में लगा दिया गया। मुकेश की शिकायत के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने एसीपी चेतगंज से जांच कराई तो पुलिसकर्मियों का खेल उजागर हो गया। इसके बाद तीनों पर कार्रवाई कर दी गई।
मंगल केवट से मारपीट करने वाला दरोगा भी लाइनहाजिर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों सम्मानित हो चुके स्वच्छता दूत डोमरी निवासी ट्रॉली चालक मंगल केवट से बदसलूकी करने के आरोपी कालभैरव चौकी इंचार्ज सुरेंद्र यादव को बुधवार को लाइन हाजिर कर दिया गया। प्रकरण की जांच एसीपी कोतवाली को सौंपी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस मंगल का सम्मान किया, उसी का दरोगा सुरेंद्र यादव ने बेवजह अनादर किया। इस प्रकरण को पुलिस कमिश्नर ने गंभीरता से लेते हुए दरोगा सुरेंद्र यादव को लाइनहाजिर कर दिया है।