बसपा सुप्रीमो मायावती ने शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने की संभावना को चुनावी राजनीति से प्रेरित बताते हुए कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कांग्रेस के नक्शेकदम पर चल रही है। मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया “ अगर यह खबर सही है कि यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ सकता है शिक्षामित्रों का मानदेय तो यह काफी विलम्ब से उठाया गया कदम है जो यह कार्य बहुत पहले हो जाना चाहिये था जबकि चुनाव के नजदीक ऐसे फैसले करना कांग्रेसी कल्चर रहा है जिसपर अब भाजपा भी चल रही है। जनता यह सब समझती है।”
उन्होंने कहा 44 बीएसपी की कार्यशैली ऐसी संकीर्ण चुनावी सोच से हमेशा अलग व पाक-साफ रही है। इसी कारण सन् 2007 में सरकार बनते ही हमने अपरकास्ट की भतीर् पर लगी रोक को तुरन्त हटाया जिससे फिर इस पूरे समाज को भरपूर लाभ हुआ तथा उन्हें यहां वर्षों बाद बड़ी संख्या में सरकारी नौकरी मिली।
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार योगी सरकार विधानसभा चुनाव से पहले करीब डेढ लाख शिक्षामित्रों के मानदेय दो से चार हजार रुपये की बढ़ोतरी कर सकती है। शिक्षामित्रों को फिलहाल 10 हजार रुपये मानदेय मिलता है और पिछले चार सालों में इसमें बढ़ोतरी नहीं की गयी है।