बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र की शुरुआत सोमवार से हुई। इस दौरान विपक्ष के कई विधायक अलग ढंग से विरोध प्रदर्शन करते हुए विधानसभा पहुंचे। इनमें राजद के विधायक सतीश दास सिर पर हेलमेट लगाए और हाथों में झाल लेकर पहुंचे तो सबकी नज़रें उन पर टिक गईं।
राजद विधायक ने कहा कि वह यह झाल सीएम नीतीश कुमार को सौंप देंगे। गौरतलब है कि पिछले बजट सत्र के दौरान विधायक सतीश दास पर भी हमला हुआ था। उन्होंने कहा कि पिछले बजट सत्र में उन पर हमला हुआ था। इस वजह से उन्हें पीएमसीएच और उसके बाद दिल्ली एम्स रेफर किया गया था। सदन में फिर से उन पर हमला ना हो जाए इसलिए आज वह हेलमेट लगाकर आए हैं और नीतीश कुमार को झाल सौंपने आए हैं। इस तरह विधायक मुकेश रौशन मेडिकल किट लेकर आज विधानसभा पहुंचे। विपक्ष के कई विधायकों ने आज काला मास्क लगा रखा था। उन्होंने बजट सत्र के दौरान विधायकों के साथ हुई मारपीटका मुद्दा उठाया। बिहार विधानसभा का मानसून सत्र आज यानी 26 जुलाई से शुरू होकर 30 जुलाई तक चलने वाला है। सरकार ने सत्र के दौरान कई विधेयकों को पास कराने की तैयारी की है।
बजट सत्र में हुई थी मारपीट
सोमवार को मानसून सत्र के पहले दिन हेलमेट और काला मास्क पहनकर आए विपक्ष के विधायकों ने कहा कि पिछले सत्र के दौरान 23 मार्च को विधानसभा के अंदर मारपीट हुई थी, इसलिए इस बार वे खुद को बचाने की पूरी तैयारी के साथ आए हैं। विधायकों ने कहा कि उन्हें सदन में आने से डर लगता है इसलिए हेलमेट पहन रखा है।
निलम्बित किए जा चुके हैं दो पुलिसकर्मी
बजट सत्र के दौरान 23 मार्च को विधानसभा में विधायकों से हुई मारपीट में विधानसभा अध्यक्ष ने जांच की तो इसमें दो पुलिस वाले दोषी पाए गए। फुटेज और वीडियो के आधार पर इन दोनों पुलिसवालों को निलंबत कर दिया गया।
दिवंगत नेताओं को दी गई श्रद्धांजलि
इसके पहले मानसून सत्र की शुरुआत में सदन में दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज का दिन पावन दिन है, सावन की आज पहली सोमवारी है। हम आज बिहार विधानसभा में संयम की ऐसी मिसाल पेश करें कि हमें महादेव आशीर्वाद दें। बिहार विधानसभा में करगिल शहीदों को भी विजय दिवस पर श्रद्धांजलि दी गई। श्रद्धांजलि के बाद जैसे ही विधानसभा कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों ने हंगामा शुरू कर दिया। माले विधायकों ने खड़े होकर पिछले सत्र में विपक्षी विधायकों के साथ बदलसूकी का मुद्दा उठा दिया। उन्होंने कहा कि विधायकों के साथ बदसलूकी करने वाले अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।