राजधानी दिल्ली में सोमवार सुबह करीब 6.42 बजे भूकंप के हल्के झटके महसूस किए जाने के बाद कई स्टेशनों पर मेट्रो सेवाएं रोक दी गईं, इसके चलते यात्री काफी देर तक फंसे रहे। मेट्रो सेवाओं में व्यवधान के कारण सोमवार को दिल्ली के विभिन्न मेट्रो स्टेशनों पर यात्रियों की लंबी कतारें लग गईं। भूकंप के यह झटके ऐसे दिन आए जब दिल्ली सरकार ने सोमवार से मेट्रो ट्रेनों को पूरी क्षमता के साथ संचालित करने की अनुमति दी है।
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने कहा, “आज सुबह 6.42 बजे (आज) हल्के झटकों की पुष्टि की गई। एक मानक प्रक्रिया के रूप में, ट्रेनों को सावधानी से चलाया गया और अगले प्लैटफॉर्म पर रोक दिया गया। सेवाएं अब सामान्य रूप से चल रही हैं।”
बदरपुर बॉर्डर मेट्रो स्टेशन के बाहर यात्रियों को कई कतारों में देखा गया। एक यात्री ने कहा कि हम एक घंटे से अधिक समय से लाइन में खड़े हैं। बताया जा रहा है कि कुछ तकनीकी खराबी के कारण ट्रेनें देरी से चल रही हैं। वहीं, आनंद विहार मेट्रो स्टेशन के गेट बंद रहने के कारण लोग इंतजार करते देखे गए। एक यात्री ने कहा कि मैं यहां एक घंटे से अधिक समय से इंतजार कर रहा हूं। जब मैंने पूछताछ की तो एक गार्ड ने मुझे बताया कि मेट्रो लाइन में कुछ तकनीकी खराबी है। दिल्ली के निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन पर भी यात्रियों की भारी भीड़ देखी गई।
दिल्ली मेट्रो का पूर्ण क्षमता के साथ परिचालन शुरू
कोविड-19 संबंधी हालात में सुधार के मद्देनजर सोमवार से दिल्ली मेट्रो ने पूर्ण क्षमता के साथ परिचालन शुरू कर दिया है। आज से सभी सीटों पर बैठकर लोग यात्रा कर पाएंगे, लेकिन खड़े होकर यात्रा करने पर अब भी पाबंदी है। दिल्ली मेट्रो कोविड-19 के कारण लंबे समय के बाद मेट्रो सेवाएं बहाल होने पर सात जून से 50 प्रतिशत सीट क्षमता के साथ ट्रेनों का परिचालन कर रही थी। यात्रियों की संख्या बढ़ने के मद्देनजर 16 मेट्रो स्टेशन पर 16 अतिरिक्त गेट भी खोल दिए गए हैं, ताकि यात्रियों की आवाजाही को सुलभ बनाया जा सके। डीएमआरसी ने पहले ही 260 द्वार यात्रियों के लिए खोल रखे थे, अब इनके अलावा 16 और गेट यात्रियों के लिए खोले गए हैं। अब लोग सभी स्टेशनों पर 276 द्वार का इस्तेमाल कर सकते हैं।
डीएमआरसी ने कहा कि जिन स्टेशनों पर अतिरिक्त द्वार खोले गए हैं, उनमें जनकपुरी पश्चिम, करोल बाग, वैशाली, कश्मीरी गेट, केन्द्रीय सचिवालय और एमजी रोड शामिल हैं।
जिन मेट्रो स्टेशनों पर केवल प्रवेश के लिए एक अतिरिक्त गेट खोले गए हैं उनमें – उत्तम नगर पूर्व, जनकपुरी पश्चिम, द्वारका मोड़, करोल बाग, वैशाली, नोएडा सेक्टर 18, नोएडा सिटी सेंटर, आजादपुर, जीटीबी नगर, गोविंद पुरी, ग्रीन पार्क और एमजी रोड मॉडल टाउन, कश्मीरी गेट और केंद्रीय सचिवालय शामिल हैं। ये 16 गेट पहले से चालू गेटों के अतिरिक्त हैं।
हर कोच में 50 लोग ही कर सकते हैं यात्रा
डीएमआरसी ने रविवार को बताया था कि प्रत्येक कोच में 50 लोग ही यात्रा कर सकते हैं। इससे पहले एक डिब्बे में 300 लोग यात्रा करते थे, 50 यात्री सीटों पर बैठकर और 250 लोग खड़े होकर यात्रा करते थे। डीएमआरसी ने लोगों से अवश्यक होने पर ही यात्रा करने की अपील की है। डीएमआरसी में 242 स्टेशनों में 10 लाइनें हैं, और गुड़गांव में रैपिड मेट्रो सहित कुल 264 स्टेशन हैं।
दिल्ली में अप्रैल और मई महीने में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण के मामलों और मौत की संख्या में वृद्धि देखी गई थी। हालांकि, पिछले कुछ हफ्तों में स्थिति में सुधार आया है, जिसके बाद सरकार चरणबद्ध तरीके से शहर को दोबारा खोल रही है। नए अनलॉक दिशानिर्देशों के तहत राजधानी की जीवनरेखा दिल्ली मेट्रो का परिचालन सोमवार से शत प्रतिशत सीट क्षमता के साथ करने की घोषणा की गई है, लेकिन यात्रियों को खड़े होकर सफर करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।