उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक नाबालिग लड़की को उसके दादा और चाचा ने पीट-पीटकर मार डाला। फिर नदी में फेंकने की कोशिश की लेकिन लड़की का शव पुल के एंगल में फंस गया। यह देख आरोपी दादा और चाचा घबड़ाकर वहां से भाग गए। राहगीरों ने शव को लटकते देखा तो पुलिस को सूचना दी।
यह वारदात देवरिया के थाना महुवाडीह क्षेत्र के सवरेजी खरग गांव में 19 जुलाई को हुई। बताया जा रहा है कि लड़की को उसके दादा और चाचा ने पूजा पर जाते समय जींस पहनने को लेकर टोका था। लड़की ने कपड़े बदलने से इनकार किया तो उनके बीच विवाद होने लगा। इसके बाद दादा और चाचा ने लड़की को पीटना शुरू कर दिया। इसी दौरान एक लाठी लड़की को लगी और उसकी मौत हो गई। लड़की की मौत के बाद उसके घरवाले उसे टेम्पो में रखकर इलाज के बहाने से वहां से ले गए। शकुंतला देवी के मुताबिक उसकी सास-ससुर और देवर ने उससे कहा कि लड़की बेहोश हो गई इसलिए अस्पताल ले जा रहे हैं। शकुंतला देवी अपने रिश्तेदारों को इसकी जानकारी दी। वे लड़की की तलाश में देवरिया सदर अस्पताल गए लेकिन वहां लड़की का वहां कुछ पता नहीं चल सका। मंगलवार सुबह उन्हें पता चला कि लड़की की लाश गंडक नदी पर बने पटनवा पुल पर लटकी हुई मिली है।
तब पता चला कि उसकी बेटी को अस्पताल नहीं घर से करीब 16 किलोमीटर दूर पटनवा पुल पर ले जाकर नदी में फेंकने की कोशिश की गई थी। लेकिन लड़की का शव नदी में गिरने की बजाए पुल के एंगल में फंस गया। राहगीरों ने शव को लटकते देखा तो पुलिस को सूचना दी। इस मामले में थाना प्रभारी राम मोहन सिंह ने बताया कि लड़की के दादा परमहंस पासवान, दादी भगिनी देवी, चाचा अरविंद और टेम्पो चालक हसनैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस बारे में लड़की की मां शकुंतला देवी ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी को जींस पहनने पर उसके दादा और चाचा ने बुरी तरह पीटा। इससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद शव को पटनवा पुल से नदी में फेंक दिया।
लड़की के पिता अमरनाथ पासवान लुधियाना में मजदूरी करते हैं। उनकी दो बेटियां और एक बेटा घर पर रहते हैं। बड़ा बेटा गुजरात में रहता है। पुलिस ने हत्या में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है।