पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ और आईएसआई प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ बातचीत को अगले सप्ताह अमेरिका के दौरे पर जा सकते हैं। डॉन अखबार ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से यह रिपोर्ट की है। राजनयिक सूत्रों ने डॉन अखबार को बताया है कि, ‘अफगानिस्तान में सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण सुनिश्चित करने में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण भूमिका है।’
डॉन अखबार ने वाशिंगटन से राजनयिक सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि इसी कोशिश के तहत अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन भारत और अफगानिस्तान की यात्रा पर आ रहे हैं। उनकी इस यात्रा का उद्देश्य अफगान संकट के लिए क्षेत्रीय स्तर पर काम करना है।
पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ और उनके अमेरिकी समकक्ष जेक सुलिवन के बीच यह दूसरी मुलाकात होगी। दोनों इस साल मार्च में जिनेवा में पहली बार मिले थे।
95 फीसद अमेरिकी सैनिकों ने अफगानिस्तान छोड़ा
अमेरिकी सेंट्रल कमांड जो कि अफगानिस्तान के प्रभारी है ने हाल ही में बताया कि 95 फीसद से अधिक अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी हो चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि अगस्त आख़िर तक सैनिकों की वापसी पूरी हो जाएगी।
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा है कि बाइडन प्रशासन को उम्मीद है कि अफगानिस्तान के पड़ोसी देश अफगान संघर्ष के लिए एक टिकाऊ समाधान लाने में जिम्मेदार भूमिका निभाएंगे। प्राइस ने शांति प्रक्रिया में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर कहा है कि अफगान संघर्ष को सुलझाने में में पाकिस्तान महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
अफगानिस्तान के पूर्व उप-राष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह तालिबान को लेकर लगातार पाकिस्तान के रोल पर सवाल उठाते रहे हैं। अमरुल्लाह सालेह के साथ अफगानिस्तान का एक बड़ा धड़ा और डिफेंस एक्सपर्ट्स अफगानिस्तान में तालिबान को बढ़ावा देने में पाकिस्तान के रोल को लेकर बताते रहे हैं।