ईरान में 22 जुलाई की देर रात सुखाड़ झेल रहे प्रदेश खुज़ेस्तान में पानी को लेकर हो रहे विरोध-प्रदर्शन में दंगा भड़कने पर एक व्यक्ति की गोली लगने से हत्या हो गई है। इसके साथ ही लोरेस्तान प्रदेश के अलीगुदर्ज़ में गोली लगने से दो लोग घायल हो गए हैं। खुज़ेस्तान क्षेत्र में पानी की कमी को लेकर पिछले एक हफ्ते से प्रदर्शन हो रहे हैं। पानी की कमी की वजह से हो रहे प्रदर्शन में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि 22 जुलाई की शाम खुज़ेस्तान में पानी की दिक्कतों को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए थे। इसी दौरान किसी अज्ञात आदमी के गोली चलाए जाने के कारण एक युवक की मौत हो गई है। दंगाइयों से निपटने के लिए सुरक्षा बालों को तैनात किया गया है।
सरकार क्या कह रही?
मामले को लेकर ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि ईरानियों को नियमों के तहत बोलने, खुद को व्यक्त करने, विरोध करने और यहां तक कि सड़कों पर उतरने का अधिकार है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खोमैनी ने कहा है कि पानी की कमी का विरोध कर रहे ईरानियों को दोषी नहीं ठहराया जा सकता। उनके मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए। खोमैनी ने सभी एजेंसियों और संबंधित अधिकारियों से पानी की समस्या से गंभीरता से निपटने को कहा है।
ईरान सुखाड़ क्यों झेल रहा?
खुज़ेस्तान ईरान का प्रमुख तेल उत्पादक क्षेत्र है और ईरान के सबसे धनी क्षेत्रों में से एक है। लेकिन यहां के लोग लोग नियमित तौर पर अधिकारियों द्वारा सताए जाने की शिकायत करते रहे हैं। खुज़ेस्तान साल 2019 में भी प्रदेश सरकार विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र था, जिसने ईरान के कई और क्षेत्रों को भी हिला कर रख दिया था।
खुज़ेस्तान मार्च से ही भयंकर सूखे से जूझ रहा है। पिछले कुछ सालों में, सउदी अरब और पड़ोसी देश इराक से आने वाली तेज गर्म हवा और मौसमी रेतीली आंधी ने खुज़ेस्तान के उपजाऊ मैदानों को सुखा दिया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण खुज़ेस्तान सुखाड़ का सामना कर रहा है।