गठबंधन की सरकार में होने के बावजूद महाराष्ट्र में स्थानीय निकाय चुनाव कांग्रेस अकेले लड़ेगी। राज्य इकाई के प्रमुख नाना पटोले ने बुधवार को कहा कि इसके लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राज्य में पार्टी के भविष्य के लिए एक ‘मास्टर प्लान’ प्रस्तावित किया है। उन्होंने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के तहत गठबंधन की सरकार में होने के बावजूद कांग्रेस अकेले ही स्थानीय चुनाव लड़ेगी। आने वाले दिनों में पार्टी की रणनीति पर चर्चा करने के लिए नाना पटोले ने कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी एचके पाटिल के साथ मंगलवार को राहुल गांधी से मुलाकात की।
नाना पटोले ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि कांग्रेस महाराष्ट्र स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी। महाराष्ट्र कांग्रेस के लिए मेरा सपना पार्टी को नंबर एक बनाना है। राहुल गांधी ने एक मास्टर प्लान दिया है, जिस पर काम किया जाएगा। हम कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कुछ भी करेंगे। उन्होंने कहा कि बैठक में पार्टी नेताओं ने संगठन गठन पर भी चर्चा की।
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस पार्टी आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में एमवीए सहयोगियों शिवसेना और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के साथ लड़ेगी या अकेले लड़ेगी, नाना पटोले ने कहा कि चुनाव तीन साल बाद है। इस पर पार्टी आलाकमान निर्णय लेंगे। यह बयान एमवीए सरकार के दलों के बीच चल रही दरार के बीच आया है। इससे पहले पटोले ने आरोप लगाया था कि महाराष्ट्र सरकार उनका फोन टैप कर रही है और ‘कुछ लोग’ कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंप रहे हैं।
एनसीपी सूत्रों ने भी यह बताया कि कुछ एमवीए नेता नाना पटोले द्वारा हाल ही में उनकी पार्टी के ‘महाराष्ट्र में बढ़ते प्रभाव’ के बारे में दिए गए बयानों से नाराज हैं। हालांकि, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण, एचके पाटिल और राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट ने पिछले हफ्ते सिल्वर ओक में शरद पवार से उनके आवास पर मुलाकात की और आश्वासन दिया कि एमवीए सरकार स्थिर है। उन्होंने शरद पवार को यह भी आश्वासन दिया कि एमवीए गठबंधन पर कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले के बयानों को दोहराया नहीं जाएगा।