बैतूल के घोड़ाडोंगरी के एक गांव में घर में सो रहे दंपती को पेट्रोल डालकर जलाने का मामला सामने आया। उधारी के रुपए नहीं लौटने पर तथाकथित तांत्रिक माेतीनाथ महाराज ने दम्पती पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। उनको घोड़ाडाेंगरी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रविवार देर शाम पति ने दम तोड़ दिया। पत्नी की हालत नाजुक है। उसे पांढरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने तांत्रिक काे घाेड़ाडोंगरी से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पुलिस को बताया कि उधारी के 11 हजार रुपए नहीं लौटाने के चलते वारदात को अंजाम दिया।
तांत्रिक माेतीनाथ ने सालीढाना गांव की रामबाई धुर्वे काे 11 हजार रुपए एक साल पहले उधार दिए थे। उसने बताया, फोन करने पर पति-पत्नी उसे रुपए लौटाने के बजाय जान से मारने की धमकी देने लगे। इससे नाराज होकर तांत्रिक शनिवार रात डेढ़ बजे कुप्पी में पेट्रोल लेकर सालीढ़ाना पहुंचा। रामराव का परिवार दरवाजा खुला रख सो रहा था, सो रहे दंपती पर छिड़क दिया। इसके पहले की दंपती कुछ समझ पाते, माेतीनाथ ने माचिस की तीली जलाकर उन पर फेंक दी और भाग गया।
पास के कमरे में साे रहे दाे बच्चाें ने चीख-पुकार रहे माता-पिता पर पानी डालकर आग बुझाई। लाेगाें के सहयाेग से उन्हें घाेड़ाडाेंगरी अस्पताल पहुंचाया। जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। रविवार देर शाम को पति रामराव की माैत हाे गई। तांत्रिक ने पुलिस काे बताया, उसने फूलगाेहान पेट्राेल पंप से 50 रुपए का पेट्राेल खरीदा था।
धनसिंह बन गया मोतीनाथ बाबा
दम्पती को जिंदा जलाने वाला बाबा खुद को मोतीनाथ महाराज कहलवाता है। उसका असली नाम धनसिंह धुर्वे है। मूलतः झल्लार थाना इलाके के टेमुरनी गांव का 38 वर्षीय धनसिंह 2003 में घर से निकला था। इसके बाद यहां-वहां घूमता रहता था। पता चला है, हिमाचल प्रदेश भी गया था। यहां से लौटकर ताप्ती नदी के किनारे धार्मिक स्थान बारह ज्योतिर्लिंग में कुछ साधुओं के संपर्क में आया। यहां वह साधुओं के गोरखनाथ आश्रम में रहने लगा। कुछ साल यहां बिताने के बाद उसने खुद को स्वयंभू श्रीश्री 108 मोतीनाथ महाराज घोषित कर दिया। तब से वह मुलताई स्थित ताप्ती घाट समेत ताप्ती नदी के किनारों के स्थित मंदिरों में रहने लगा और अकसर नदी की परिक्रमा करते रहता है।
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ऐसे दिया वारदात को अंजाम
तांत्रिक 17 जुलाई शनिवार को ताप्ती जन्मोत्सव पर मुलताई में मौजूद था। यहां पूजा पाठ के बाद वहां बस से रानीपुर पहुंचा। यहां से वह पैदल ही आठ किलोमीटर दूर घोड़ाडोंगरी पहुंचा। उसके बाद वह फुलगोहान गया, जहां उसने एक दुकान से पेट्रोल खरीदा। फिर वह दम्पती के गांव सालीढाना पहुंच गया। रात को वह पीछे से घर में घुसा। बताया जा रहा है कि दंपती का घर टूटा-फूटा है। जिसमें दरवाजे नहीं हैं। इसी का फायदा उठाकर उसने अंदर घुसकर वारदात कर दी।
मोतीनाथ की गुरुबहन है रामबाई
आरोपी मोतीनाथ ने कहा कि सालीढ़ाना की रामबाई धुर्वे उसकी गुरुबहन है। वह उसे करीब 10-15 सालों से जानता है। रामबाई धुर्वे, पति रामराव के घर उसका आना-जाना है। परिवार के सभी लोग उसे जानते हैं। आरोपी ने बताया, रामबाई का मकान क्षतिग्रस्त था। उसे सुधरवाने के लिए पिछले साल रामबाई ने 11 हजार रुपए उधार लिए थे। जिसे मांगने के लिए करने पर जब मैं फोन करता था, तो रामराव गोली मारने की धमकी देता था, इसलिए मैंने गुस्से में आकर देर रात में उनके ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
-उधारी के रुपए नहीं लौटाने पर तांत्रिक ने दम्पती को पेट्रोल डालकर जलाया। पति की मौत हो गई। पत्नी की हालत नाजुक है। तांत्रिक काे हिरासत में ले लिया है।
– महेंद्र सिंह चौहान, एसडीओपी, सारनी