पलामू जिले देवगन गांव के ग्रामीणों की तत्परता से पुलिस ने हत्या सहित चार संगीन अपराधों में वांछित आरोपी विकास कुमार वर्मा सहित सात अपराधियों को धर दबोचा। इनमें पांच बिहार के औरंगाबाद जबकि दो पलामू के हैं। सभी औरंगाबाद से अंबा के शिवपुर से शैलेंद्र कुमार नामक एक व्यक्ति का अपहरण कर छतरपुर थाना स्थित देवगन डैम के पास सुनसान जंगल की ओर ले जा रहे थे। बताया जाता है कि अपहृत के परिजनों से साल लाख की फिरौती मांगी गई थी। हालांकि, पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है।
बताया जाता है जब सभी अपराधी शैलेंद्र को लेकर जंगल की ओर जा रहे थे तभी संदेह होने पर ग्रामीणों ने इन्हें पकड़ लिया और हाथ बांधकर पुलिस को सूचना दी। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने देवगन पहुंचकर सातों को हिरासत में ले लिया। साथ ही अपहृत को परिजनों के मिलवाया। शनिवार की शाम में हुई इस घटना क्रम में पुलिस ने आरोपियों के पास से ब्रेजा व डस्टन कार, एक पल्सर बाइक और आठ पीस मोबाइल फोन भी जब्त किया है। घटना को अंजाम देने में प्रयोग किये गये हथियार को ढूंढने में पुलिस जुटी है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
दीपक मिश्र, सरातू, टंडवा, विकास कुमार बेला, विकास कुमार वर्मा तेलहारा अंबा, प्रदीप मेहता भलुआड़ी, राजकुमार मेहता सिमरहुआ (सभी औरंगाबाद जिला), राजू कुमार अंधारीबाग-पिपरा, रंजन कुमार यादव बलहा-पिपरा (दोनों पलामू)।
सात लाख फिरौती की मांग कर रहे थे अपहर्ता
पलामू के सीमावर्ती बिहार के औरंगाबाद जिले के अंबा थानान्तर्गत शिवपुर स्थित एक गैराज से ट्रैक्टर की मरम्मत करा रहे 45 वर्षीय शैलेन्द्र कुमार का फिरौती के लिए अपहरण कर छिपने के लिए आरोपी देवगन के पास पहुंचे थे। अपह़त के परिजन से सात लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी। छतरपुर के अनुमंडलीय पुलिस पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि पुलिस का अनुसंधान अभी जारी है। प्रारंभिक अनुसंधान में यह बात सामने आयी है कि अपहर्ता गिरोह अपह्रत को छिपाकर रखने के उद्देश्य से देवगन जंगल में दो कार व बाइक पर सवार होकर आए थे। पहले चरवाहों ने संदेहात्मक स्थिति में देखा, फिर गांव वालों को सूचना दी। चरवाहों को अपहरणकर्ताओं पर शक गहराने का करण अपहृत को जबरदस्ती जंगल की ओर खींच कर ले जाने के कारण हुआ। इसके बाद गांव ग्रामीण एकजुट होकर अपहर्ताओं को कब्जे में लेकर हाथ-पैर बांध दिए थे। अपह्रत शैलेन्द्र कुमार, औरंगाबाद जिला अंतर्गत बिहार के सेमरी गांव का निवासी हैं। ग्रामीणों के कब्जे से निकलने के लिए अपहर्ताओं ने दारू पीने के लिए देवगन क्षेत्र में आने की बहाना बनाते हुए काफी गिड़गिड़ाया परंतु हकीकत भांप चुके ग्रामीण उनकी एक न सुनी और सीधे पुलिस को सौंप दिया। उल्लेखनीय है कि अपहर्ताओं को कब्जे में लेने वाली पुलिस टीम में छतरपुर के थाना प्रभारी शेखर कुमार, एसआई प्रियरंजन कुमार, एएसआई अरविंद कुमार सिंह आदि शामिल थे।
पलामू जिला पुलिस की ओर से डीएसपी मुख्यालय सुरजीत कुमार ने बताया कि अबतक के अनुसंधान में विकास कुमार वर्मा का आपराधिक इतिहास मिला है। वह छतरपुर थाना कांड संख्या 34/2015 (लूट एवं हत्या), बरवाडीह थाना कांड संख्या 17/2015 (डकैती की नियत से योजना बनाना) और 18/2015 (आर्म्स एक्ट) तथा अंबा थाना कांड संख्या 08/2014 (हत्या) का नामजद आरोपी है। इसका संबंध एक प्रमुख राजनीतिक दल से बताया जा रहा है।