जेल से छूटे शातिर लुटेरों, चेन स्नेचरों, पर्स और मोबाइल झपटमारों की मुश्किल बढ़ने वाली है। पुलिस ऐसे तीन सौ से अधिक शातिरों पर शिकंजा कसेगी, जो हाल के दिनों में जेल से बाहर आए हैं। पुलिस को आशंका है कि इनके द्वारा जिले में लूट, छिनतई, चेन व पर्स स्नेचिंग की घटनाओं को अंजाम देकर जहां पुलिस को चुनौती दी जा रही है। वहीं इनका आतंक बढ़ता जा रहा है। ऐसी घटनाओं को रोकने तथा सक्रिय अपराधियों का सत्यापन व उनकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने सभी थानेदारों को टास्क दिया है।
छिनतई के मामले में जेल से छूटे 208 अपराधियों का सत्यापन पुलिस को करने का निर्देश दिया गया है। इनमें सबसे ज्यादा 22 शातिर चौक थाना तथा 21 शातिर फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं। 12 अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी का टास्क सभी थानेदारों को दिया गया है। ये अपराधी भी लूटपाट करने में शामिल रहे हैं और हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आए हैं। बता दें कि राजीवनगर का इलाका चेन स्नेचरों का सबसे सुरक्षित गढ़ बन गया है। हाल में यहां चेन छिनैती की कई घटनाएं हुई हैं। इन घटनाओं को देखते हुए पुलिस हाल में जेल से छूटे चेन स्नेचरों की तलाश में जुट गई है। इसके लिए आईजी रेंज संजय सिंह ने पूर्व में ही सभी थानेदारों को कड़े निर्देश दिए थे।
बाइक से करते हैं पीछा
हाल के दिनों में राजीवनगर में चेन स्नेचिंग की पांच घटनाएं हुईं। शनिवार को भी बाइक सवार शातिरों ने सब्जी खरीदकर घर लौट रही महिला रीना मिश्रा के गले से सोने की चेन छीन ली। वारदात को अंजाम देने के बाद लुटेरे बाइक पर सवार होकर भाग गये। पूर्व की घटनाओं में भी बाइक सवार बदमाशों का हाथ होना पाया गया था। यही नहीं चितकोहरा पुल के पास शनिवार को जहां महिला ऑपरेटर से पर्स छीन लिया गया। वहीं दो दिन पूर्व कोतवाली के वीरचंद पटेल स्थित बीजेपी कार्यालय के पास ऑटो से घर जा रही पटना वीमेंस कॉलेज की महिला प्रोफेसर का पर्स झपटकर शातिर भाग गये। इन सभी मामलों में पुलिस सिर्फ केस दर्ज करने तक ही सीमित है। ऐेसे में पुलिस पूर्व में चेन स्नेचिंग के मामलों में जेल गए और जमानत पर हाल में जेल से छूटे चेन स्नेचरों की फिर से तलाश करने में जुट गई है।