कंगना रनोट के हिमाचल से मुंबई पहुंचने से पहले जमकर बवाल हुआ। वे करीब पौने तीन बजे मुंबई पहुंचीं। इसके पहले बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने उनके मुंबई स्थित ऑफिस में अवैध निर्माण को लेकर 24 घंटे में दूसरा नोटिस भेजा। फिर बीएमसी की एक टीम जेसीबी मशीन, क्रेन और हथौड़े लेकर पहुंच गई और ऑफिस में तोड़फोड़ की। टीम ने कार्रवाई सुबह 10.30 बजे से दोपहर 12.40 बजे तक की। कंगना का यह ऑफिस बांद्रा के पाली हिल में है। इसे 48 करोड़ रुपए खर्च कर बनवाया है। यहां उनके प्रोडक्शन हाउस मणिकर्णिका फिल्म्स का ऑफिस है।
एक्ट्रेस ने बीएमसी की इस कार्रवाई के खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट में अपील की। कोर्ट ने सुनवाई के बाद कार्रवाई पर रोक लगा दी और बीएमसी से इस मामले में जबाव दाखिल करने को कहा। उधर, कंगना के वकील रिजवान सिद्दीकी ने कहा कि बीएमसी नोटिस को खारिज करने से पहले ही उसे गिराने के लिए तैयार थी। अब हाईकोर्ट में गुरुवार दोपहर 3 बजे सुनवाई होगी।
कार्रवाई गैर-जरूरी थी: पवार
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने इस कार्रवाई पर कहा कि यह कार्रवाई गैर-जरूरी थी। यह देखना होगा कि बीएमसी ने यह फैसला क्यों लिया है। इस कार्रवाई से कंगना को पब्लिसिटी मिलेगी।
कंगना ने शिवसेना से कहा- याद रख बाबर, यह मंदिर फिर बनेगा
कंगना ने इस कार्रवाई पर लगातार 5 ट्वीट किए। उन्होंने कहा, ‘यह एक इमारत (ऑफिस) नहीं, राम मंदिर है, आज वहां बाबर आया है। उन्होंने कहा कि दुश्मनों ने साबित किया कि मुंबई को पीओके कहकर गलती नहीं की।’
दरअसल, एक्ट्रेस ने मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से की थी, जिसके बाद विवाद खड़ा हो गया था। केंद्र ने उन्हें Y कैटेगरी की सुरक्षा दी है, इस दौरान 11 सुरक्षाकर्मी हमेशा उनके साथ रहेंगे। उधर, बीएमसी की कार्रवाई के खिलाफ कंगना को हाईकोर्ट से राहत मिल गई। कोर्ट ने कार्रवाई पर रोक लगा दी। अब अगली सुनवाई गुरुवार दोपहर 3 बजे होगी।