बीते दिनों चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मुलाकात और विपक्षी दलों की मीटिंग बुलाने के बाद से शरद पवार को लेकर चर्चाएं तेज हैं। कहा जा रहा है कि वह राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हो सकते हैं। अब इस पर उनकी पार्टी एनसीपी की ओर से जवाब आया है, जिसने ऐसी चर्चाओं को खारिज किया है। एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने ऐसी खबरों को खारिज किया है। मलिक ने कहा, ‘शरद पवार के राष्ट्रपति पद के चुनाव में उम्मीदवार बनने की खबरें आधारहीन हैं। अभी राष्ट्रपति पद के चुनाव नहीं होने वाले हैं। 5 राज्यों में होने वाले चुनाव के बाद स्थिति की समीक्षा की जाएगी।’
नवाब मलिक ने कहा कि एनसीपी में शरद पवार के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। किसी और पार्टी से भी इस पर बात नहीं हुई है। ऐसी सभी खबरें पूरी तरह से गलत और आधारहीन हैं। बता दें कि पिछले दिनों शरद पवार ने टीएमसी, आम आदमी पार्टी, आरजेडी समेत कई विपक्षी दलों की मीटिंग बुलाई थी। इसके बाद से ही उनकी ओर से तीसरे मोर्चे की तैयारी या फिर राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनने की लॉबिंग करने की चर्चाएं शुरू हो गई थीं। इसके बाद चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से मीटिंग के बाद ये चर्चाएं और तेज हो गई थीं।
हालांकि अब एनसीपी ने इन सभी बातों को खारिज किया है। शरद पवार को देश के प्रमुख विपक्षी नेताओं में गिना जाता है, जो गैर-कांग्रेस और गैर-बीजेपी दलों की अकसर अगुवाई करते नजर आए हैं। महाराष्ट्र में चल रही महाविकास अघाड़ी सरकार के गठन में भी उनका अहम रोल माना जाता है। शिवसेना के साथ गठबंधन करने और उसमें कांग्रेस को भी साथ लाने का श्रेय उन्हें ही दिया जाता रहा है। यही नहीं कभी भी गठबंधन में खटपट होने पर भी वह मामले का निपटारा करते हैं।