मुजफ्फरपुर के मनियारी थाना के माधोपुर सुस्ता गांव की छात्रा पूजा कुमारी हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने 43 दिनों के बाद मंगलवार को कर लिया है। उसकी हॉरर किलिंग हुई थी। मनियारी पुलिस ने उसके पिता शंकर राय और माता मालती देवी को घर से गिरफ्तार किया है। अब पुलिस पूजा के माता-पिता समेत छह आरोपितों के खिलाफ हत्या की धारा में ट्रायल कराएगी। चार फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए भी एसएसपी जयंतकांत ने टीम का गठन कर दिया है।
एक जून को कुढ़नी पुलिस ने अकराहां पुल के समीप चंद्रहटी मन से पूजा का शव बरामद किया था। दो जून को उसकी पहचान हुई थी और मनियारी थाना के विशुनपुर गिद्धा के चार लोगों को आरोपित किया था। पुलिस ने उस वक्त दो नामजद को कोर्ट में पेशकर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। मंगलवार को एसएसपी कार्यालय में एएसपी वेस्ट सैयद इमरान मसूद ने बताया कि पूजा हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने के लिए एसएसपी की ओर से एक विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई थी। छानबीन में पुलिस को कई सुराग मिले। इसके आलोक में सोमवार को पूजा के घर पर छापेमारी की। उसके माता-पिता को गिरफ्तार किया। पूजा के चाचा लालबाबू राय को भी थाने लाकर पूछताछ की गई। गहन पूछताछ के बाद लालबाबू ने पूरे राज का पर्दाफाश कर दिया।बेहोश करने के बाद गला घोटा
एएसपी वेस्ट ने बताया कि पूजा के पड़ोस के गांव के एक युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था, जो उसके माता-पिता को पसंद नहीं था। वह इसपर लगातार आपत्ति जता रहे थे। 31 मई 2021 को पूजा को पिता शंकर राय समेत परिजन सोनू कुमार, सुशील कुमार, श्याम कुमार और पड़ोसी दुर्गेश कुमार घर के पीछे 200 मीटर दूर स्थित गाछी में ले गए। वहां उसकी गला घोटकर हत्या कर दी। इससे पहले उसे खाने में नशे की गोली देकर बेहोश किया गया था।
चेहरे को चाकू से गोदा
एएसपी वेस्ट ने बताया पिता शंकर राय ने बेहोश पूजा का पैर पकड़ा था। इसके बाद अन्य आरोपित ने उसका गला घोट दिया। इसके बाद शव पर चाकू से जख्म किए गए। चेहरे को चाकू से गोद दिया ताकि उसकी पहचान नहीं हो सके। फिर 31 मई की रात में ही दुर्गेश कुमार ने अपनी कार से शव को कुढ़नी के चंद्रहटी मन में फेंक दिया। उसकी मां व अन्य की जानकारी में पूरी घटना हुई। जब दो जून को सोशल मीडिया पर पूजा की लाश मिलने की चर्चा होने लगी तो शंकर राय ने मनियारी थाने में अपहरण की झूठी एफआईआर करा दी। इसमें चार को आरोपित भी किया।
परिजन व रिश्तेदारों ने किया था बवाल
पूजा की लाश मिलने के बाद परिजनों ने बवाल किया था। पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। करीब पांच से छह घंटे तक माधोपुर सुस्ता रोड को जाम किया था। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े थे। प्रारंभिक छानबीन के बाद मुख्य आरोपित के दो भाई को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेजा था। मुख्य आरोपित अबतक फरार है। पुलिस का कहना है कि जेल भेजे गए आरोपितों की मुक्ति के लिए मनियारी पुलिस संबंधित कोर्ट को जल्द अर्जी सौंपेगी।