खाड़ी देशों से आने वाले श्रमिकों को उनकी आगे की ट्रेन यात्रा के लिए कोविड निगेटिव रिपोर्ट देने के बहाने उन्हें लूटने के आरोप में पुलिस ने छह लोगों को मध्य दिल्ली से गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने सोमवार को बताया कि आरोपियों की पहचान विजय भान पांडेय (41), दीपक (40), संजीव कुमार (41), हरीश सिंह (35), राजू शाह (46) और सुंदर (37) के रूप में की गई है। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पीड़ितों से कहा कि ट्रेन की यात्रा करने के लिए उन्हें कोविड की नई रिपोर्ट की जरूरत होगी और दिल्ली हवाई अड्डे पर जो रिपोर्ट दी गई है वह वैध नहीं रहेगी।
पुलिस के अनुसार, उन्हें सूचना मिली कि कुछ लोगों ने खाड़ी के देशों से आने वाले श्रमिकों को लूटा है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सउदी अरब के रियाद में 2018 से काम करने वाले शिकायतकर्ता मोहम्मद वाही वासी चार अन्य लोगों के साथ शुक्रवार को वापस लौटे। यहां से उन्हें पश्चिम बंगाल स्थित अपने गृह नगर जाने के लिए वह रेलवे स्टेशन पहुंचे।
रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार और शनिवार की दरम्यानी रात उन्हें एक आदमी मिला, जिसने उन्हें बताया कि ट्रेन से यात्रा करने के लिए उन्हें कोविड-19 की ताजा रिपोर्ट की जरूरत होगी। इस पर वासी ने कहा कि उनके पास यह पहले से है और दिल्ली हवाई अड्डे पर उन्हें मिली है।
आरोपी ने पीड़ितों से कहा कि दिल्ली हवाई अड्डे पर जो रिपोर्ट उन्हें मिली है वह ट्रेन की यात्रा के लिए वैध नहीं है और इसके लिए उसे ताजा रिपोर्ट की आवश्यकता होगी। उन्होंने बताया कि इसके बाद पीड़ितों को पहाड़गंज के एक ऑफिस में ले जाया गया जहां उन्हें बताया गया कि कल तक उनकी रिपोर्ट तैयार हो जाएगी। अधिकारी ने बताया कि पीड़ितों को यह भी बताया गया कि कोलकाता जाने वाली उनकी ट्रेन 12:30 बजे चलेगी और ऑफिस से वह 11:30 बजे तक रिपोर्ट ले सकते हैं। पुलिस ने बताया कि पहाड़गंज के एक होटल में उनके ठहरने का भी इंतजाम किया गया था।
शनिवार को दिन में 11:30 बजे वे लोग ऑफिस पहुंचे जहां छह लोग मौजूद थे। उन लोगों ने उनकी रिपोर्ट दिखाई और उन्हें 897 सउदी रियाल देने के लिए कहा गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब उन लोगों ने राशि देने से मना किया तो वहां मौजूद लोगों में से एक ने देसी पिस्तौल निकाल ली और दूसरे ने चाकू। उन्होंने बताया कि शिकायतकर्ताओं को बंधक बना लिया गया और चार अन्य लोगों ने उन्हें पीटा।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों ने पीड़ितों की तलाशी ली और उनके 3500 सउदी रियाल तथा 17910 रुपये छीन लिए और अन्य सामान लूट लिए, जिसमें घड़ियां, मोबाइल फोन आदि शामिल हैं। इसके बाद उन्होंने पीड़ितों को पुलिस को बताने पर पासपोर्ट छीनने और इसका परिणाम भुगतने की धमकी दी। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने इसके बाद तीन कुलियों को बुलवाया और शिकायकर्ताओं को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन लाया गया और इसके बाद उन्हें ट्रेन में चढ़ा दिया गया।
उन्होंने बताया कि इस बीच पुलिस मौके पर पहुंच गई और पीड़ितों का पता लगाकर उन्हें ट्रेन से उतरने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि पीड़ितों के साथ पुलिस पहाड़गंज ऑफिस पहुंची।
पुलिस उपायुक्त (क्राइम ब्रांच) मोनिका भारद्वाज ने बताया कि पीड़ितों की शिनाख्त के बाद दीपक, संजीव कुमार, विजय भान पांडेय, और हरीश सिंह को पकड़ लिया गया। बाद में राजू शाह और सुंदर को भी पकड़ा गया।
पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ कि आरोपियों ने पिछले एक साल में अब तक सैकड़ों लोगों के साथ लूटपाट को अंजाम दिया है। डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे उन लोगों को अपना निशाना बनाते थे जो खाड़ी के देशों से लौटते थे और पीड़ित लोगों में अधिकतर खाड़ी में काम करने वाले श्रमिक होते थे। उन्होंने बताया कि जो लोग पैसे दे देते थे उन्हें फर्जी रिपोर्ट दे दी जाती थी और मना करते थे उन्हें लूट लिया जाता था। पुलिस ने बताया कि उनके पास से एक देसी पिस्तौल, दो कारतूस, एक चाकू, लूटे गए सउदी रियाल और भारतीय रुपये बरामद किए गए हैं।