प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कैबिनेट का विस्तार किया, जिसमें शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से बीजेपी में आए नेताओं को भी जगह दी गई है। शिवसेना नेता संजय राउत ने गुरुवार को इस पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि कैबिनेट सीटों को भरने के लिए मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए बीजेपी को सेना और एनसीपी का आभार जताना चाहिए।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए संजय राउत का इशारा इस ओर था कि केंद्रीय मंत्रिपरिषद में राज्यमंत्री के रूप में कपिल पाटिल और भारती पवार को शामिल किया गया है, जो कभी एनसीपी में थे तो शिवसेना के शाखा प्रमुख रह चुके और फिर कांग्रेस में भी कुछ दिन बिता चुके नारायण राणे को कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। कपिल पाटिल को पंजायती राज मंत्रालय में जगह दी गई है तो पवार को स्वास्थ्य मंत्रालय में जिम्मेदारी मिली है। राणे को एमएसएमई जैसा अहम मंत्रालय दिया गया है।
बुधवार को कैबिनेट में शामिल किए गए महाराष्ट्र के चार मंत्रियों में से तीन दूसरे दलों से बीजेपी में आए थे। राउत ने चुटकी लेते हुए कहा, ”पीएम मोदी ने अहम मंत्रालय देते हुए जरूर उनमें क्षमता देखी होगी। कैबिनेट में लेने के लिए अच्छे मानव संसाधन उपलब्ध कराने के लिए बीजेपी को शिवसेना और एनसीपी को धन्यवाद करना चाहिए।” महाराष्ट्र में एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार चलाने वाली पार्टी के नेता ने यह भी दावा किया कि नारायण राणे को उनके कद के हिसाब से मंत्रालय नहीं दिया गया है।
राउत ने कहा, ”राणे मुख्यमंत्री रह चुके हैं और पहले अहम मंत्रालयों को संभाल चुके हैं। एमएसएमई मंत्रालय में उनके सामने लघु और मध्यम उद्योगों को दोबारा जीवित करने की चुनौती है, जिसे कोरोना महामारी ने ध्वस कर दिया है, साथ ही रोजगार उत्पन्न करने की भी चुनौती है।”