साहिबाबाद साइट-4 स्थित पारस दूध प्लांट में सोमवार देर रात अमोनिया गैस का रिसाव हो गया। अमोनिया का प्रेशर बनाते हुए वॉल्व लीक होने से गैस का रिसाव हुआ। कर्मचारियों के प्रयास के बावजूद रिसाव नहीं रुका तो प्लांट में अफरातफरी मच गई। कई कर्मचारी प्लांट की छत पर चले गए। घटना के समय 30 कर्मचारी फंसे हुए थे। सूचना मिलने पर पहुंची दमकल ने पानी की बौछार करने के बाद गैस रिसाव को ठीक किया। गैस की वजह से सीएफओ समेत चार दमकलकर्मी तथा चार कंपनी कर्मचारियों की हालत खराब होने पर अस्पताल में भर्ती कराए गए जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी को छुट्टी दे दी गई।
लिंक रोड थाना क्षेत्र के साहिबाबाद औद्योगिक क्षेत्र साइट चार स्थित पारस दूध का प्लांट है। सोमवार रात को करीब नौ बजे कर्मचारी प्लांट में अमोनिया का प्रेशर बना रहे थे। इसी दौरान वॉल्व लीक हो गया और अमोनिया गैस का रिसाव होने लगा। इससे प्लांट में काम कर रहे मजदूरों में अफरा तफरी मच गई। कर्मचारी बचाव के लिए भागे। सूचना मिलने पर दमकल की छह गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरु किया।
सीएफओ सुनील कुमार सिंह के मुताबिक सबसे पहले पानी की बौछार कर करीब 30 कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके बाद ब्रीथिंग आपरेशन सेट पहनकर वॉल्व को बंद किया गया। वॉल्व बंद करने के दौरान सीएफओ समेत चार दमकलकर्मी तथा चार कंपनी कर्मचारी की हालत बिगड़ गई। इन सभी को यशोदा अस्पताल में प्राथमिक उपचार देकर छुट्टी दे दी गई। इसी बीच कंपनी के फंसे हुए अन्य कर्मचारियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।
नोटिस जारी होने का दावा
सीएफओ सुनील कुमार सिंह का कहना है कि प्लांट में अग्निरोधक उपकरणों को दुरुस्त करने के लिए पूर्व में नोटिस जारी किया गया था। कंपनी की तरफ से एनओसी के लिए भी आवेदन किया गया है। पूरा अभियान करीब डेढ़ घंटे तक चला। आपात स्थिति से निपटने के लिए 40 से ज्यादा ब्रीथिंग सेट मंगवाए गए थे।
इन दमकलकर्मियों की हालत हुई खराब
मुख्य अग्निशमन अधिकारी सुनील कुमार सिंह, एफएसओ साहिबाबाद योगेंद्र प्रसाद, फायरमैन योगेंद्र और मान सिंह की तबीयत खराब हो गई थी। उल्टी होने के बाद इन्हें पानी पिलाकर सामान्य किया गया।
आसपास की फैक्टरी भी खाली कराई गई
गैस रिसाव की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने आसपास की फैक्टरियों को भी खाली करा दिया। पानी में घुलनशील गैस होने की वजह से अमोनिया का प्रभाव कम करने के लिए पानी की बौछार की गईं।