गर्मी से झुलसते दिल्ली-एनसीआर को फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि राजधानी दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रहने का अनुमान है। वहीं, मौसम विभाग ने शहर के कुछ हिस्सों में बिजली चमकने और गरज के साथ बारिश होने का भी अनुमान जताया है।
सुबह साढ़े आठ बजे तक आपेक्षिक आर्द्रता 56 प्रतिशत दर्ज की गयी। मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में छिटपुट जगहों पर, हरियाणा में फारुखनगर, भिवानी, चरखी-दादरी, भिवंडी, झज्जर तथा आस-पास के इलाकों में अगले दो घंटे के दौरान गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी।
विभाग ने बताया कि दिल्ली में न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहा। दिल्ली की वायु गुणवत्ता सोमवार की सुबह मध्यम श्रेणी में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक सुबह साढ़े नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 137 पर था।
उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच के एक्यूआई को अच्छा, 51 से 100 के बीच के एक्यूआई को संतोषजनक, 101 से 200 के बीच एक्यूआई को मध्यम, 201 से 300 के बीच एक्यूआई को खराब, 301 से 400 के बीच एक्यूआई को बहुत खराब और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में माना जाता है।
दिल्ली समेत उत्तर भारत में चार-पांच दिन देर से पहुंचेगा मॉनसून
माना जा रहा है कि राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून चार-पांच दिन देरी से पहुंचेगा। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मौसम की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ने के अभी आसार नहीं है तथा इसमें चार-पांच दिन की देरी होगी।
उन्होंने अनुमान जताया कि अगले सप्ताह शनिवार से बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाओं का उत्तर भारत की ओर पहुंचना शुरू होगा और इसके बाद ही मॉनसून के लिए अनुकूल स्थिति बनेगी। उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी से उत्तर-पूर्व और इससे सटे पूर्वी भारत के क्षेत्रों में तीव्र हवाओं के असर से अगले पांच दिनों के दौरान बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, झारखंड, अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में तेज बारिश होगी। अगले 24 घंटों के दौरान बिहार, झारखंड और गांंगेय पश्चिम बंगाल में मध्यम दजेर् से अधिक रफ्तार की हवाएं चलने और बिजली कड़कने के साथ बारिश हो सकती है।