यूक्रेन की महिला सैनिकों की कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें वे हाई हील्स पहनकर मार्च करती हुई दिखाई दे रही हैं। इन तस्वीरों में हील्स पहनकर वे परेड सीखती हुई नजर आ रही है। इन्हें देखकर दुनियाभर में यूक्रेन की आलोचना की जा रही है। बता दें कि यूक्रेन अगले महीने अपनी स्वतंत्रता के 30 साल पूरे होने पर जश्न मनाने वाला है। स्वतंत्रता दिवस की तैयारियों में लगा यूक्रेन परेड का अभ्यास कर रहा है। इसी दौरान यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कुछ तस्वीरे शेयर की जिसमें महिला सैनिकों को काले रंग की हाई हील्स पहनकर मार्च करते देखा गया।
रक्षा मंत्रालय की सूचना साइट ArmiaInform ने कैडेट इवाना मेडविड के हवाले से कहा, “आज पहली बार हील शूज में प्रशिक्षण हो रहा है यह सेना के जूतों की तुलना में थोड़ा कठिन है लेकिन हम कोशिश कर रहे हैं।” लेकिन यह पोस्ट अधिकारियों पर ही उल्टा पड़ गया क्योंकि कई लोगों का मानना है कि ऐसे जूते पहनाकर महिला सैनिकों को परेड करा उनका यौन शोषण करना है। रक्षा मंत्रालय पर सेक्सिज्म और मिसोजिनी (महिला द्वेष) का आरोप लगाया जा रहा है।
सोशल मीडिया यूजर्स रही नहीं बल्कि संसद के नेताओं ने भी सरकार के इस कदम की आलोचना की है। यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेंको के करीबी नेता संसद में सैंडिल लेकर पहुंचे और रक्षा मंत्री से कहा कि परेड के लिए वह भी हाई हील्स पहनें। हाई हील्स से पहनने से होने वाले नुकसानों के बारे में करते हुए एक नेता ने कहा, इससे हानिकारर और मूर्खतापूरण विचार की कल्पना करना भी कठिन है।लोगों ने यह भी कहा कि मंत्रालय महिला सैनिकों की गई सेवा का मज़ाक उड़ा रहा है, भले ही वे भी समान प्रयास करती हैं और पुरुष सैनिकों के समान जोखिम उठाती हैं।