बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। पिछले दिनों हुई भारी से नदियों उफान पर हैं। नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई गांव जलमग्न हो गए हैं। यही वजह है कि बिहार में इन पानी ग्रामीणों के घरों तक में घुस गया है। प्रदेश के कई गांवों की सड़कों के ऊपर से पानी बह रहा है। कुछ सड़कें पानी की तेज धार में बह गई हैं, जिस वजह से ग्रामीण अपने गांव में ही फंसकर रह गए हैं। प्रखंड की पांच पंचायतों के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। शिवदाहां पंचायत के वार्ड संख्या 11 सुंदरपुर टोला की सड़क टूट जाने से लगभग दो सौ परिवार का गांव से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। यहां के ग्रामीण अपने स्तर से टूटे हुए सड़क पर बांस का चचरी बनाने में जुटे हुए हैं।
बाढ़ प्रभावित शिवदाहा, बरुआरी, केवटसा, जमालपुर कोदयी व बलौरनिधि पंचायत के सैंकड़ों किसानों के धान का बिचड़ा डूब गया है। वहीं किसानों को सबसे अधिक समस्या मवेशियों को लेकर हो रही है। किसान पानी में चलकर मवेशियो का चारा जुटा रहे हैं। कटरा के बकुची स्थित पावर सब स्टेशन में पानी घुसने से गायघाट के बाढ़ प्रभावित पंचायतों में बिजली आपूर्ति शनिवार सुबह से ही ठप है। इससे ब्लैक आउट की स्थिति बन गई है।
बतादें कि गायघाट के पूर्वी छोड़ पर बागमती किनारे स्थित शिवदाहा, बरुआरी, केवटसा, लदौर व बलौरनिधि पंचायतों के लोगों को बकुची पीएसएस से ही बिजली आपूर्ति की जाती है। यह वही क्षेत्र है जहां के लोग बाढ़ से भी घिर चुके हैं। शिवदाहां बरैल, बठबाड़ा, महेशवाड़ा जहांगीरपुर, तेजौल, बरूआरी का कुछ हिस्सा, सुवास केशो का कुछ भाग, रजुआ टोल, लदौर खादी भंडार, रमौली का कुछ भाग, तुर्कटोलिया, केवटसा के कुछ भागा में बाढ़ का पानी प्रवेश करना शुरू कर दिया है।