राजस्थान के अलवर में एक युवती से दो साल तक गैंगरेप का मामला सामने आया है। वीडियो बनाकर चार आरोपी पिछले महीने तक ब्लैकमेल करते हुए उसकी अस्मत लूटते रहे। पीड़िता पुलिस के पास भी गई थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं होने की वजह से वह दरिंदों की चंगुल में फंसी रही। अब जब आरोपियों ने उसका वीडियो वायरल कर दिया तो पीड़िता एक बार फिर पुलिस के पास पहुंची तो मामला उजागर हुआ। पुलिस ने गुरुवार को किडनैपिंग और गैंगरेप के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एक अन्य आरोपी को भी पकड़ा गया है जो इन दिनों पीड़िता को परेशान कर रहा था।
पुलिस में दर्ज शिकायत में कहा गया है कि 20 साल की पीड़िता अप्रैल 2019 में परीक्षा देने अलवर गई थी। वहां वह एक परिचित विकास चौधरी से मिली। विकास और उसके दोस्त भुरु सिंह जाट ने उसे किडनैप कर लिया। उन्होंने पहले उसे ड्रग्स दिया और फिर अलवर के एमआईए एरिया में ले जाकर गैंगरेप किया। लड़की ने बताया कि उस हाउजिंग सोसायटी का गार्ड भी आरोपियों के साथ मिला हुआ था। एफआईआर में लड़की ने कहा कि विकास और भुरु के अलावा दो अन्य लोगों ने भी उसके साथ रेप किया।
बताया जा रहा है कि पीड़िता ने मई 2019 में भी मालाखेड़ा पुलिस से शिकायत की थी। लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। तब से ही मुख्य आरोपी विकास और अन्य ब्लैकमेलिंग के जरिए उसके साथ गैंगरेप करते आ रहे थे। वह पीड़िता को वीडियो वायरल करने की धमकी देते थे।
पिछले महीने 25 जून को पीड़िता उस समय दंग रह गई, जब एक अन्य आरोपी गौतम सैनी ने उसे उसके रेप का वीडियो क्लिप भेजा और उसने भी ब्लैकमेल करने की कोशिश की। उसने पीड़िता को 27 जून को मिलने के लिए बुलाया। अलवर की एसपी तेजस्विनी गौतम ने बताया, ”वह (पीड़िता) 28 जून को मुझसे मिलने आई और इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई। इसके आधार पर हमने विकास और भुरु को गिरफ्तार कर लिया है।” गैंगरेप के दो अन्य आरोपी गिरफ्तार हैं, जबकि पुलिस ने वीडियो भेजने वाले आरोपी सैनी को भी दबोच लिया है।
एसपी ने कहा कि सैनी को कहीं से पीड़िता का वीडियो क्लिप और नंबर मिला। उसका गैंगरेप में कोई रोल नहीं है, लेकिन 25 जून से वह भी ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा था। एसपी ने कहा है कि 2019 में एफआईआर दर्ज करने से इनकार किए जाने के मामले की भी जांच कराई जा रही है और यदि कोई दोषी पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।