इजरायल के किसी विदेश मंत्री के तौर पर यूएई का पहली बार दौरा करते हुए याइर लापिड ने कहा कि यह मध्य पूर्व के देशों के साथ संबंधों को सुधारने की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में अरब देशों के साथ संबंध सुधारने पर हमारा फोकस रहेगा। बीते साल संयुक्त अरब अमीरात और इजरायल के बीच शुरू हुए राजनयिक संबंध के बाद इजरायल के विदेश मंत्री का यह दौरा अहम है। यूएई के नेताओं से मीटिंग के दौरान इजरायल के विदेश मंत्री ने ईरान की न्यूक्लियर डील को लेकर भी बातचीत की। इजरायली विदेश मंत्री का यह यूएई दौरा ऐसे वक्त में हुआ है, जब अमेरिका ने ईरान और विश्व शक्तियों के बीच एक बार फिर से 2015 की न्यूक्लियर डील करने की बात कही है। इस बीच फलस्तीनी संगठन हमास ने इस दौरे की आलोचना करते हुए कहा कि इसके बाद इजरायल की ओर से गजा पट्टी पर हमले और तेज किए जा सकते हैं।
इससे पहले 2018 में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विएना में हुई डील से बाहर निकलने का फैसला लिया था। अमेरिका के इस फैसले का सऊदी अरब समेत कई अन्य देशों ने स्वागत किया था। लापिड ने यूएई दौरे को लेकर कहा, ‘यह ट्रिप शांति के मार्ग का अंत नहीं बल्कि शुरुआत है। मुझे उम्मीद है कि यह विजिट ऐतिहासिक होगी और आने वाले समय में कई और दोस्त आगे आएंगे और इस क्षेत्र में एक इतिहास बनेगा।’ बता दें कि यूएई और बहरीन ने बीते साल अब्राहम अकॉर्ड पर हस्ताक्षर करते हुए इजरायल के साथ संबंधों को सामान्य करने की शुरुआत की थी। इसके बाद मोरक्को और सूडान ने भी इस पैक्ट को चुना था।
हालांकि इजरायल के विदेश मंत्री ने ईरान के खिलाफ अरब देशों को साथ लाने की कोशिश पर जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं ऐसी कोई बात नहीं करना चाहता, जिससे हमारे मेजबान को किसी तरह की परेशानी का सामना करना पड़े। बता दें कि यूएई के अपने दौरे में इजरायल के विदेश मंत्री ने अबू धाबी में अस्थायी दूतावास और दुबई में कौन्सुलेट का उद्घाटन किया है। इजरायल और यूएई ने इस मुलाकात को लेकर कहा कि उनके बीच फ्री ट्रेड अग्रीमेंट को लेकर बात हुई है। इससे पहले दोनों के बीच टूरिज्म, इनवेस्टमेंट और एनर्जी एवं टेक्नोलॉजी पर सहयोग को लेकर बात हुई है।